कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
नशा और नशा से मुक्ति के अभियान को अपना मिशन बनाकर वर्षों से लगातार इस दिशा में काम कर रहे संत गंगा दास तांती राष्टीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। नशा मुक्ति के अपने अभियान को चलाने के लिए विश्व नशा उन्मूलन मिशन नामक एक संस्था का निर्माण किया। देश स्तर पर नशा उन्मूलन का विगुल फुंकते रहे। उनके नारे ज्ञान का दीप जलाना है, नशा मुक्त भारत बनाना है। के कारण इनको लोग मधेपुरा का गांधी कहने लगे। इस साल भी उन्होंने 1 जनवरी को नववर्ष के अवसर पर सुखासन के आइडियल पब्लिक स्कूल में साहित्यकार प्रो. भुपेंद्र मधेपुरी, वेद व्यास कालेज के संस्थापक प्रो. राम चंद्र मंडल, वरिष्ठ नागरिक सेवा संगठन के अध्यक्ष ललितेश्वर भगत और सचिव भरत चंद्र भगत के साथ विधालय के निदेशक अशोक मेहता ने उन्हें अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
फरवरी में जीवन ज्योति केंद्र संत कबीर नगर पुर्णिया के त्रिदिवसीय आशुतोष जी महाराज के 44 वां वार्षिक सत्संग समारोह में नशा उन्मूलन पर अपना प्रवचन दिया।
मार्च में प्रसिद्ध महाशिवरात्रि मेला सिंहेश्वर में लगे स्वास्थ्य शिविर में लोगों की सेवा के साथ साथ नशा उन्मूलन का प्रचार करते रहे। और सिंहेश्वर महोत्सव में पूज्य बापू महात्मा गांधी का रोल में मंच पर एक शराबी युवक का शराब छुड़ाने का मंचन लाजबाव रहा। जिसके लिए जिला प्रशासन ने बाबा का मोमेंटो और अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
अप्रैल में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के सदगुरु असंगदेव साहेब के 3 दिवसीय सत्संग मंच से नशा उन्मूलन का संदेश दिया। और सत्संग प्रेमियों ने भी नशा मुक्ति अभियान चलाने का संकल्प लिया। मंच पर उन्हें सम्मानित किया गया। साथ ही 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर सुपौल के छातापुर में कार्यक्रम कर नशा से बचने का संदेश दिया। रेड क्रास सोसायटी पटना अध्यक्ष द्वारा सम्मानित करते
मई में मधेपुरा के इस गांधी का जन्म 5 तारीख को हुआ। इस दौरान अपने 76 वां जन्मदिन पर महादलित बस्ती में जाकर दुध के पाकेट का वितरण करते हुए कहा शराब नही दुध पिए। साथ ही 31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर राज्य कार्यालय पटना के इंडियन रेड क्रास सोसायटी के सभा भवन में अध्यक्ष डा. विनय बहादुर सिंहा के द्वारा नशा उन्मूलन अभियान के लिए प्रमाण-पत्र और बुके देकर सम्मानित किया।
जून में सिंहेश्वर प्रखंड के सुखासन में उत्तर प्रदेश के वृंदावन और मथुरा से आए आचार्य पंडित अतुल महराज के श्रीमद्भागवत कथा में मंच साझा करने के साथ साथ बैनर प्रदर्शन और नशा मुक्ति पर हास्य-व्यंग्य पर्ची बांट कर नशा मुक्त जीवन जीने का संदेश दिया। साथ ही खगड़िया के बन्नी मठ में संत शिरोमणि कबीर साहेब 626 वां जयंती समारोह और 26 जून को मिशन का 22 वां स्थापना दिवस समारोह सदगुरु कबीर पंथी उपाचार्य मठ खगड़िया में संपन्न किया। जिसमें अन्य प्रांतों से आए अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों ने नशा उन्मूलन पर इनके कार्यों की सराहना की।
जुलाई में 9 जुलाई को सिंहेश्वर नगर पंचायत स्थित ललिता धर्मशाला के उद्घाटन समारोह में एसडीओ संतोष कुमार, साहित्यकार प्रो. भुपेंद्र मधेपुरी, जीप उपाध्यक्ष रघुनंदन दास ने इनके नशा मुक्ति कार्यों के लिए शाल से सम्मानित किया। तथा पुर्णिया में वेद व्यास जयंती में नशा मुक्त जीवन जीने का संदेश दिया।
अगस्त में 15 अगस्त को प्रभात फेरी में नशा मुक्त जीवन जीने का संदेश दिया। कार्यालय में झंडोत्तोलन के बाद लोगों से नशा नही करने की अपील की।
सितंबर में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड स्कूल सिंहेश्वर में इनके कार्यों के लिए निदेशक कुंदन भगत, रूपेश कुमार ने शाल से सम्मानित किया।
अक्टूबर में 2 अक्टूबर को गांधी पार्क सिंहेश्वर में महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री के जन्म दिवस मनाया। और नशा नही करने का संकल्प दिलाया। 11 से 13 अक्टूबर को अयोध्या में 15 से 17 अक्टूबर को प्रयागराज में 18 और 19 अक्टूबर को देव नगरी काशी में हुए सत्संग में अपनी बात रखी।
नवंबर में हिन्दूओं का महापर्व छठ में छठ घाटों पर नशा के खिलाफ बैनर लगाकर प्रचार प्रसार किया। पुर्णिया के कबीर मठ आश्रम में हुए कार्यक्रम में नशा उन्मूलन का पाठ पढ़ाया। 26 नवंबर को संविधान दिवस और मधनिषेध दिवस समाजिक सुरक्षा कोषांग के निमंत्रण पर बुनियादी केंद्र मधेपुरा में नशा मुक्ति अभियान के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया।
दिसंबर 9 दिसंबर को बिहारीगंज के बभनगामा ग्राम पंचायत में मुखिया गुलाबचंद दास के आमंत्रण पर नशा मुक्ति पर जागरूकता अभियान चलाया। मधेपुरा में 3 दिवसीय गोपाष्टमी मेला में सचिव यदुवंशी यादव के आमंत्रण पर भागीदारी दी। 25 दिसंबर को ईशा मसीह के जयंती पर मिशन अस्पताल मधेपुरा में बैनर प्रदर्शनी लगाकर प्रचार प्रसार किया।