रक्षाबंधन के अवसर पर ब्रह्मकुमारी के द्वारा रक्षा सुत्र बांधा गया।
कोशी तक/ आलमनगर मधेपुरा
प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र द्वारा मंगलवार को रक्षा बंधन उत्सव बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता बिहार प्रदेश के सह प्रभारी कंचन बहन ने रक्षाबंधन के महत्व को समझाते हुए कहा कि रक्षा सूत्र पवित्रता का प्रतीक है। पौराणिक कथाओं में भी इस त्योहार का विशेष महत्व बताया गया है। रक्षाबंधन के आध्यात्मिक महत्व को समझाते हुए लोगों को संदेश देते हुए परमात्मा को याद करने की विधि भी बताई। उन्होंने रक्षाबंधन के बारे में बताया कि यह रक्षा सूत्र, मन, वचन, कर्म की पवित्रता तथा प्रतिज्ञा का सूचक है। सभी बहन अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वर से उसके उज्ज्वल भविष्य और मंगल की कामना करते हैं।रक्षाबंधन के अवसर पर रक्षा सुत्र बांधते ब्रह्मकुमारी बहने
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आलमनगर सेवा केंद्र की संचालिका बीके शोभा बहन ने रक्षाबंधन के बारे में बहुत सारी बात बताई। वहीं मुख्य अतिथि विनोद अग्रवाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा इस धरती पर स्वर्ग लाने का जो संकल्प लिया गया है। वह अवश्य ही पूरा होगा। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन केवल धागा बांधने का त्यौहार नहीं है। बल्कि मन की पवित्रता को धारण करके सच्चे मन से रक्षाबंधन का पर्व मनाना चाहिये। इस दौरान महेशखुंट के बीके मंजू दीदी, बेलदौर पीर नगर के बीके रिचा दीदी, बेगूसराय से बीके रंजीत भाई, बीके राजीव भाई, विनोद अग्रवाल, शंकर भगत, पवन मेहता सहित कार्यक्रम में समाजसेवियों ने बढ़ चढ़कर का हिस्सा लिया।
आलमनगर से कन्हैया महाराज की रिपोर्ट