अंतिम सोमवारी को जलाभिषेक के लिये उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया बाबा का जलाभिषेक

Dr.I C Bhagat
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बाबा सिंहेश्वर नाथ का पुजा करते सरकारी अधिकारी 
गौरी मैया का पुजा करते अधिकारियों की टीम 

कोशीतक/सिंहेश्वर मधेपुरा


बिहार के प्रसिद्ध देव स्थल बाबा सिंहेश्वर धाम में सावन के अंतिम सोमवारी व सावन  की पुर्णिमा को लेकर जलाभिषेक के लिये श्रद्वालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान पूरे दिन में लगभग 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा- अर्चना किया। रविवार रात से ही श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया था। वही मंदिर प्रशासन ने लगभग एक बजे रात में ही बाबा सिंहेश्वर नाथ का पट एडीएम अरुण कुमार, एसडीओ सह सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति सचिव संतोष कुमार, एएसपी प्रवेंद्र भारती, मुख्यालय डीएसपी मनोज मोहन, ट्रेफिक डीएसपी, एसडीसी संतोष कुमार, बीडीओ आशुतोष कुमार, सीओ नवीन कुमार सिंह, थानाध्यक्ष बिरेंद्र राम, पुजारी सह न्यास सदस्य संजीव ठाकुर उर्फ मुन्ना बाबा, कन्हैया ठाकुर, सरोज सिंह, सुपौल प्रमुख प्रतिनिधि सिंटू यादव के मौजूदगी में खोल दिया गया। लेकिन सबसे पहले बाबा का सरकारी पूजा किया गया और एक बजकर 40 मिनट पर श्रद्धालुओं के जन सैलाब ने जलाभिषेक करना शुरू कर दिया। पुरे मंदिर परिसर सहित आसपास के क्षेत्र का माहौल ऐसा हो गया कि बाबा का पट खुलने से पूर्व व पट खुलने के बाद बोल बम व हर हर महादेव की ध्वनि से पूरा मंदिर परिसर गुंज उठा। जिस वजह से बाबा मंदिर परिसर सहित पुरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। दुर- दराज व कई स्थानीय श्रद्धालु बाबा मंदिर पहुंचने के साथ ही शिवगंगा में डुबकी लगा कर पुजा करने में जुटे रहे। वहीं दुर- दराज से बाबा की नगरी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि मंदिर में पहुंचने पर सभी कष्ट दूर हो गए। बाबा सिंहेश्वर नाथ के जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध श्रद्धालु मंदिर परिसर में जलाभिषेक के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ 

दिन भर पहुंचते रहे डाक बम- देवाधिदेव के पूजा के लिए वैसे तो एक से बढ़कर एक भक्त आते है। इसमें डाक बम का अपना ही महत्व है। जो महादेवपुर घाट से सिंहेश्वर नाथ के लिए जल उठाते हैं और बिना रूके बाबा सिंहेश्वर नाथ पर जल चढ़ाते है। इस सोमवारी में दो हजार से अधिक डाक बम, कांवर बम, पीठ बम सहित अन्य पहुंचे। ऐसे बम गंगाजल लाकर बाबा को अर्पित करते है।

रक्षाबंधन के कारण चौथे सोमवार का भीड़ रहा भारी।

सावन माह के अंतिम सोमवारी को बाबा सिंहेश्वर नाथ की पूजा के लिये काफी श्रद्धालु पहुंचे। हालांकि यह भीड़ चौथे सोमवारी से कम ही था। क्षेत्र का लगभग सभी सड़क श्रद्धालुओं से ही पटा रहा। खास कर मंदिर रोड, बाई पास में पैदल चलना भी काफी मुश्किल रहा। श्रृंगीऋषि सेवा फाउंडेशन श्रद्धालुओं की सेवा करते हर दुर्घटना से निपटने के लिए तत्पर मेडिकल टीम 

मेडिकल टीम कर रही है कैंप-

देवाधिदेव महादेव की पुजा- अर्चना के लिये लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु के लिये मेडिकल टीम मंदिर परिसर में कैंप कर रही है। लाखों की संख्या में मौजूद श्रद्धालु के साथ किसी प्रकार की घटना- दुर्धटना को भी झुठलाया भी नही जा सकता है। इसी वजह से एम्बुलेंस सहित मेडिकल टीम को मंदिर परिसर में तैनात किया गया है। जहां सैकड़ों घायल श्रद्धालुओं ने वहा अपना इलाज करवाया।स्वास्थ्य टीम में सीएचसी प्रभारी डा. रविन्द्र कुमार, डा. संतोष रजक, डा. केडी अनुपम, डा. निशा श्रीवास्तव, डा. अर्चना कुमारी, एएनएम सरस्वती राय, सीएचओ अंशु प्रिया, निविदिता कुमारी, सुभम कुमार शर्मा, जीएनएम पल्लवी पायल, राकेश यादव, नितु कुमारी, ईमटी अनिल कुमार शामिल थे।जलाभिषेक के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ शिवगंगा पर स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ 

शिवगंगा में डुबकी लगाकर कतारबद्ध होते थे श्रद्धालु-

देवाधिदेव महादेव की पुजा अर्चना के लिए मंदिर परिसर में शिवगंगा में डुबकी लगाने के बाद से ही श्रद्धालुओं की कतार मंदिर परिसर में लगाया जा रहा था। बताया गया कि गर्भ गृह का पट खुलने के बाद से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गयी थी। इस दौरान ही महिलाओं श्रद्धालुओं का हुजुम मंदिर पहुंचने लगा। लोगों ने बताया कि न्यास द्वारा बनाये गये बेरिकेटिंग के वजह से भीड़ को संभाला जा सका नही तो इतनी भीड़ को संभाल पाना काफी मुश्किल था।

 पुरे क्षेत्र में तैनात रहे अधिकारी--

देवाधिदेव महादेव की नगरी व मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिये जिले के आलाधिकारी सहित कई पदाधिकारी लगातार निगरानी बनाये हुए थे। पुरे क्षेत्र में अलग- अलग जगहों पर तैनात पुलिस बल के साथ एक दण्डाधिकारी व एक पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया था। वहीं मंदिर परिसर में भी दर्जनों अधिकारी सहित जिले के वरीय पदाधिकारी लगातार नजर बनाये हुए थे। मंदिर परिसर किसी भी प्रकार की कुव्यवस्था न हो इसके लिये सीसीटीवी कैमरे से निगरानी नियंत्रण न्यास के नियंत्रण कक्ष में लगे मॉनिटर से किया जा रहा था। मंदिर परिसर में पर्याप्त महिला व पुरूष पुलिस बल को तैनात किया गया था। जबकि अकेले गर्भ गृह के गेट पर आधे दर्जन से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।

 डाक बम के लिये स्थानीय युवा रहे सक्रिय

बाबा सिंहेश्वर नाथ का जलाभिषेक करने के लिये विभिन्न घाटों से लगभग हजारों डाकबम अहले सुबह से ही पहुंचते रहे। डाकबम के लिये मंदिर न्यास समिति सहित स्थानीय श्रद्धालु नींबु पानी, ग्लुकोज पानी, ठंडा तेल सहित आवश्यक चीजों की व्यवस्था की गई थी। जबकि स्थानीय संगठनों ने भी ऐसी सारी व्यवस्था कर रखी थी। जिस वजह से डाक बमों को ज्यादा परेशानी नही उठाना पड़ा।बाबा सिंहेश्वर नाथ को दंड प्रणामी देते श्रद्धालु  

हजारों श्रद्धालुओं ने दिया दण्ड प्रणाम-

वैसे तो बाबा मंदिर में दण्ड प्रणाम देने वाले श्रद्धालु सालों भर पहुंचते रहते है। लेकिन सावन माह में चौथे और पांचवी सोमवारी को हजारों महिला, पुरूष सहित बच्चों ने शिवगंगा में स्नान कर शिवगंगा से बाबा के गर्भ गृह तक दण्ड प्रणाम करते हुए गये। परोसी देश नेपाल के श्रद्धालुओं के द्वारा भी दण्ड प्रणाम दिया जा रहा था।गंगाजल लेकर आगे बढ़ते महिला श्रद्धालुओं की कतार 

बाबा के श्रृंगार में जुट रहा है भीड़ 

सावन माह में पूजा- अर्चना के लिये काफी दुर-दुर से श्रद्धालु पहुंचने का सिलसिला तो चलता रहता है. लेकिन सावन माह में बाबा के रात्रि श्रृंगार पूजा में भी हजारों श्रद्धालु जुटते है। बताया गया कि बाबा धाम देवघर के जैसे ही बाबा सिंहेश्वर नाथ का श्रृंगार पूजा किया जाता है। जिस वजह से ही श्रद्धालुओं की भीड़  दिन प्रतिदिन श्रृंगार पूजा में बढ़ती जा रही है। स्थानीय सहित बाहरी श्रद्धालु देर रात तक श्रृंगार पूजा देखने दुर- दराज से पहुंचते है।




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