सादगी जिंदगी व्यतीत करने वाले गरीबों के मसीहा थे पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर: डा. अशोक कुमार

Dr.I C Bhagat
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कौशल्या ग्राम के मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में एनएसएस ने आयोजित किया कर्पूरी जयंती

कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा

मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा के प्रांगण में राष्ट्रीय सेवा योजना के तीनों कार्यक्रम पदाधिकारी के नेतृत्व में जननायक कर्पूरी ठाकुर जयंती का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कॉलेज के संस्थापक सह श्री कृष्णा विश्वविद्यालय उदाकिशुनगंज के कुलपति डॉ. अशोक कुमार ने किया। अपने संबोधन में डा. कुमार ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के जयंती पर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश का नेता उनको याद कर रहे हैं। उनको गरीबों का मसीहा कहा गया वह खुद बेहद गरीब परिवारों से थे और सादगी जिंदगी व्यतीत करते थे। सत्ता मिलने के बावजूद उन्होंने कभी भी उसका दुरुपयोग नहीं किया उनके ईमानदारी का सबसे महत्वपूर्ण जीती जागती तस्वीर देखी गई। उस समय उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता हेमवंती नंदन बहुगुणा उनके पैतृक गांव में पुश्तैनी झोपड़ी देखकर रो पड़े थे। एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी विजेंद्र कुमार ने कहा कि वे बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। वह दो बार बिहार के मुख्यमंत्री एक बार उपमुख्यमंत्री रहे इन्हें बिहार के जननायक भी कहा गया। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर मोहम्मद शोएब आलम ने कहा 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर के जयंती पर केंद्र सरकार की तरफ से भारत रत्न की घोषणा की गई इसमें शामिल होने के लिए बिहार  के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके गांव जाएंगे और स्मृति भवन में आयोजित सर्वधर्म सभा में शामिल होंगे। त्रिमूर्ति भवन में जननायक कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे। जिसमें कर्पूरी ठाकुर के परिवार में काफी खुशी का माहौल दिखा जा रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर रत्नाकर भारतीय ने कहा कर्पूरी ठाकुर सरकारी नौकरी में आरक्षण का मामला साफ किया था। नई दिल्ली भारत सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का ऐलान किया है। कार्यक्रम में  कॉलेज के शिक्षक शिक्षिका कर्मचारी गण एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं सेविकाओं ने ज्यादा संख्या में भाग लिया।

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