विधि व्यवस्था को नियंत्रित करने में जुटे प्रशासनिक लोग
कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
सिंहेश्वर प्रखंड कार्यालय में प्रमुख और उप प्रमुख के खिलाफ लगा अविश्वास प्रस्ताव 2 सदस्यों के मत रद्द होने से गिर गया। जिसमें 29 दिसंबर को 10 सदस्यों ने प्रमुख और उप प्रमुख पर अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिस पर शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय में जिला से नियुक्त प्रवेक्षक डीटीओ सत्येंद्र कुमार के प्रवेक्षण में कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ आशुतोष कुमार ने लगभग आधा घंटा देर से अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई शुरू करने की घोषणा की। जिसमें सदन में 9 सदस्य पुर्व प्रमुख चंद्रकला देवी रामपट्टी, मंजू देवी पटोरी, सुनिता देवी पटोरी, पुजा कुमारी रुपौली, नुतन देवी दुलार पीपराही, मंजु देवी बैहरी, लालपुर सरोपटटी पुर्व प्रमुख माधवी सिंह, बैहरी हरिश्चंद्र राम, इटहरी गोहमनी जयकांत कुमार पहुंचे। इस बाबत बीडीओ आशुतोष कुमार ने बताया की सदन में 9 सदस्य उपस्थित हुए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले सभी सदस्यों को अच्छी तरह समझाने के बाद मतदान किया गया। जिसमें 7 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में और 2 मत विपक्ष में पड़ा। जबकि अविश्वास प्रस्ताव सिद्ध करने के लिए 9 मतों की जरूरत थी। यही स्थिति 2 बजे से होने वाली उप प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव का भी रहा। उसमें भी 7 मत वैध पाए गए और 2 मत अवैध पाया गया। आक्रोशित माहोल को शांत करने में जुटे पुलिस कर्मी
प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरने से माहौल हुआ गर्म
जैसे ही खबर मिली कि दो सदस्यो का मत रद्द होने से प्रमुख पर लगाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया बाहर समर्थकों में आक्रोश देखा गया। लोगों ने एक सुर से मतदान का विरोध करतें हुए कहा जब प्रमुख और उप प्रमुख की ओर से कोई आया ही नही तो और सदन में 9 लोग मेरा ही था। सभी हाथ उठाने के लिए तैयार हैं। लोगों को आक्रोश में देखते ही मधेपुरा से इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रसाद, आस पास के थाना से भी पुलिस बल बुला लिया गया। विधि व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए एसडीओ धीरज कुमार सिन्हा भी स्थल पर पहुंच गए।
पंचायत समिति सदस्यों ने वोटिंग नही समझने का लगाया आरोप।
अविश्वास प्रस्ताव के बाद सदन से बाहर निकले पंचायत समिति सदस्यों ने वोटिंग को सही से नही समझाने का आरोप लगाते हुए पुनः वोटिंग कराने की डीएम मधेपुरा मांग की। इस दौरान पुर्व प्रमुख चंद्रकला देवी वोटिंग का विरोध करते हुए कहा सदन में वोटिंग कराया गया जो हम समझ ही नही सके। इसलिए फिर से वोटिंग होना चाहिए। पुर्व प्रमुख माधवी सिंह ने कहा महिला सदस्यों को समझने में गड़बड़ी होने के कारण ऐसा हो गया। वही पटोरी पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी ने कहा हम समझ ही नही सके। हम चंद्रकला देवी के पक्ष में वोट देना चाह रहे थे। इटहरी गहुमनी के पंसस जयकांत कुमार ने कहा हम लोग अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में थे। कुछ महिला सदस्य वोटिंग को समझ नही सकी। इसलिए हम पुनः वोटिंग की मांग करते है। बैहरी पंसस हरिश्चंद्र राम ने रोष प्रकट करते हुए कहा हम लोग प्रमुख और उप प्रमुख के खिलाफ लाए। कुछ सदस्य पक्ष और विपक्ष क्या होता हैं समझ नही पाया। मेरे साथ 9 सदस्य मौजूद हैं। कुछ महिला सदस्य के वोटिंग नही समझने के कारण 2 वोट गड़बड़ा गया। इसलिए वोटिंग फिर से करवाया जाना चाहिए।मौके पर सांख्यिकी पदाधिकारी गोपाल कुमार, थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अरुण कुमार, इंस्पेक्टर रामेश्वर साफी, एसआई युगल किशोर, एएसआई के डी यादव, रामदयाल सिंह, सुबोध रजक, कमांडों राजेश कुमार, सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।
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