कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
सिंहेश्वर नगर पंचायत स्थित मनोहर दुर्गा प्लस टू विद्यालय के प्रांगण मे स्वामी विवेकानंद की जयंती प्रभारी प्रधानाचार्य शशिंद्र मोहन सिंह की अध्यक्षता में मनाई गई। इस अवसर एचएम श्री सिंह ने कहा- स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 ई को कोलकाता में हुआ था। उनके बचपन का नाम नरेंद्र दत्त था। उनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी और पिताजी का नाम विश्वनाथ दत्त था। स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। मुख्य अतिथि के रूप में विश्व नशा उन्मूलन व कल्याण मिशन के राष्ट्रीय संस्थापक संत गंगादास ने कहा स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण परमहंस की शरण में जाकर सन्यास ग्रहण किए और शिकागो के विश्व सर्वधर्म सम्मेलन में विश्व स्तर पर वेदांत दर्शन का ज्ञान करवा कर भारत का सम्मान ऊंचा किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में बीएड विभाग के एचओडी हरे कृष्ण प्रसाद ने कहा स्वामी विवेकानंद की जयंती प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश की युवा पीढ़ियों को शिक्षा के क्षेत्र में, चरित्र और मेहनत के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की जरूरत है। उनके विचारों को हमें आत्मसात करने की जरूरत हैं। शिक्षक मनोज कुमार मुकुल ने कहा हमारे देश की युवकों अभिभावकों को योग करनी चाहिए। करो योग रहो निरोग रहो। स्वामी विवेकानंद सच बोलने वाले अच्छे विद्वान होने के साथ ही एक अच्छे खिलाड़ी भी थे। मनोज कुमार मधु ने कहा स्वामी विवेकानंद बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति के थे। प्रमोद कुमार ने कहा स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। मंच संचालक बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ सिंहेश्वर के प्रखंड सचिव जय नारायण पंडित ने कहा स्वामी विवेकानंद तीन कार्यों से प्रसिद्ध हैं। पहला वे रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। दूसरा उन्होंने शिकागो में जो भाषण दिया था जिसके चलते लोकप्रिय हुए और तीसरा वे युवाओं के सन्यासी हैं। सबसे ज्यादा प्रसिद्धि उन्होंने शिकागों में दिए अपने भाषणों से मिली। हमें स्वामी विवेकानंद के उपदेशों को आत्मसात करने की जरूरत है। हमें उनके बताए हुए रास्तों पर चलना चाहिए।स्वामी विवेकानंद की जयंती पर कार्यक्रम करते छात्र छात्राएं
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर भाषण देने वाले छात्रों को पारितोषिक भी दिया गया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शिवम आनंद, द्वितीय स्थान वजीर एवं तृतीय स्थान अंकुश कुमार ने प्राप्त किया। मौके पर उपस्थित शिक्षक अमरेंद्र कुमार, अमित कुमार, संतोष कुमार, उर्मिला कुमारी, पूनम कुमारी, बेबी कुमारी, लिपिक नूतन देवी, बीपीएससी के प्रशिक्षु शिक्षक सुनीता यादव, स्वाति कुमारी, पूजा कुमारी, बुलबुल कुमारी, दर्शन कुमार, बीईएड के प्रशिक्षु छात्र सुभाष कुमार, सुजीत कुमार, नेहा कुमारी, सौरव कुमार, मोहन कुमार, अमित कुमार, दिव्यांशु आनंद, मनीष कुमार, छवि कुमारी, केशव कुमार ठाकुर, शुभम कुमार सिंह, परिचारिका रुकमणी देवी और छात्र छात्राएं मौजूद थे।
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