स्वस्थ युवा से बनेगा समर्थ भारत : विनीत भार्गव

Dr.I C Bhagat
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स्वस्थ युवा से बनेगा समर्थ भारत : विनीत भार्गव

कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा 

युवा ही समाज एवं राष्ट्र के भविष्य हैं। युवा सेहतमंद होंगे, तो हमारा परिवार, समाज एवं राष्ट्र सेहतमंद होगा। स्वस्थ युवा से ही समर्थ भारत बनेगा और विकसित भारत का संकल्प पूर्ण हो सकेगा। यह बात विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के पूर्व पीआई एवं पब्लिक हेल्थ इम्पावरमेंट एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन के सीईओ डाॅ. विनीत भार्गव ने कही। वे बुधवार को सेहत संवाद कार्यक्रम के तहत युवाओं की स्वास्थ्य समस्याएं एवं समाधान विषय पर बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के सौजन्य से संचालित सेहत केंद्र के तत्वावधान में किया गया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। हमारी कुल आबादी का तकरीबन 40 प्रतिशत किशोर एवं युवा हैं। इस अवस्था में सबसे अधिक ऊर्जा होती है। हम इस उर्जा को सकारात्मक दिशा देकर एक स्वस्थ, सबल एवं समृद्ध भारत का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि युवावस्था में हम अपने भविष्य और विशेषकर कैरियर की चिंता में खो जाते हैं। इस आपाधापी में हमारी सेहत कुप्रभावित होती है।‌ फिर हम जीवनभर के लिए बीमारियों के शिकार बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि किशोरावस्था में युवाओं के साथ-साथ उनके माता-पिता के सामने भी कई समस्याएं आती हैं। युवाओं को चाहिए कि वे माता-पिता की भावनाओं का सम्मान करें और अपने परिवार के सदस्यों के साथ अधिक से अधिक समय बिताए। युवाओं और प्रौढ़ों को भी मोबाइल पर समय देने की बजाय आपसी संवाद में समय देना चाहिए और किचन, गार्डेन आदि में हाथ बटाना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने खान-पान एवं जीवनशैली पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खासकर अपने स्लीपिंग और फूड पैटर्न के बारे में सजग रहना आवश्यक है। देर रात तक जगना, जरूरत से ज्यादा भोजन करना व स्वच्छता की अनदेखी करने से शरीर का केमिकल कोआर्डिनेशन बिगड़ता है। इससे युवा तनाव, चिंता, निराशा एवं अवसाद आदि से  जाते हैं। उनमें बीपी, सूगर एवं  थायरॉइड का खतरा भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि संतुलित पोषक के लिए ताजा फल, सब्जिया, साबुत अनाज और प्रोटीन अपने रोज के आहार में लेने चाहिए। यदि आहार में यह सभी पोषक तत्व न हो, तो शरीर न सिर्फ कमज़ोर हो जाता है और शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। उन्होंने युवाओं को सलाह दिया कि प्रतिदिन सूर्योदय से पहले जाग जाए और रात्रि में सही समय पर सोएं एवं पर्याप्त नींद लें। कम-से-कम आधा घंटा योग-ध्यान या व्यायाम करें। ताजा एवं हल्का गर्म भोजन करें। भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें। भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे-धीरे खाएं।


कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य कैलाश प्रसाद यादव ने की। अतिथियों का स्वागत मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र एवं संचालन दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन गणित विभागाध्यक्ष ले. गुड्डू कुमार ने किया। तकनीकी व्यवस्था  दर्शनशास्त्र विभाग के शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान एवं राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सारंग तनय ने संभाला। इस अवसर पर करण कुमार, अभिनव कुमार, भूषण कुमार, भारती कुमारी, मनोज कुमार, हिमांशु शेखर सिंह, रतन कुमार मनीष कुमार, नीरज कुमार, करण कुमार श्याम प्रिया, विवेक कुमार, भारती कुमारी, हाशमी, शुभम आनंद, सुनील कुमार, प्रियंका, सुमन, ओमप्रकाश, प्रदीप कुमार, खुशी, आचार्य शिवम यादव, विश्वजीत कुमार आदि उपस्थित थे



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