कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
समाहरणालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि एक बेहद ही अनोखी और बेहद ही उलझी हुई हत्याकांड को सुलझा लिया गया है। उन्होंने कहा की 1 दिसंबर को रात्रि में शंकरपुर थानाध्यक्ष को सूचना मिली की कई कांडों में वांछित अभियुक्त चंदन कुमार साह पिता-विजय साह मधेपुरा जिला के कुमारखंड थाना के गढ़िया वार्ड नंबर 1 एक बैग में गांजा, हथियार एवं गोली लेकर निकाला है। सूचना के सत्यापन में स्वयं थानाध्यक्ष रौशन कुमार वहा पहुच कर बसंतपुर नहर के पास चंदन कुमार साह को पकर लिया गया। चंदन कुमार के पास से बरामद बैग की तलाश ली गई तो बैंग के अंदर से एक लोडेड देशी कट्टा, एक जिंदा गोली, 500 ग्राम गांजा बरामद हुआ। जिसे गिरफ्तार कर थाना लाया गया। इस मामले में चंदन कुमार साह से जब सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि 5 नवंबर 2023 को संध्या 7 बजे शंकरपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम बसंतपुर में एक शादीशुदा किन्नर राधा देवी पति चन्द्र मोहन साह बसंतपुर वार्ड नंबर 13 थाना शंकरपुर जिला मधेपुरा की हत्या अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा गोली मारकर उनके घर पर कर दी गई थी। यह हत्या इनके एवं सहयोगी मो. अजीम उर्फ अजिमा पिता मो. अब्बास घर टिकुलिया थाना कुमारखंड जिला मधेपुरा के द्वारा अपने खास मामा नारायण साह पिता-चानो साह के कहने पर किया था। चंदन कुमार साह के बताए अनुसार जब मामा नारायण साह को पुलिस अभिरक्षा में लेकर उससे पूछताछ किया गया तो इन्होने हत्या करवाने की बात स्वीकार कर लिया। जब इनसे हत्या करने का उद्देश्य पूछा गया तो बताया कि मृत्तिका राधा देवी के पति चन्द्र मोहन साह को मारना था परंतु रात्रि होने की वजह से अपराधकर्मी चंदन साह टारगेट को पहचान नहीं पाया। तथा वादी की पत्नी किन्नर राधा देवी को ही मार दिया। जब वह अपने घर के बाहर मचान पर बैठी हुई थी। जबकि इस संबंध में जानकारी मिला की चंद्रमोहन साह कुछ देर पहले इसी मचान पर बैठा हुआ था। इसी बीच अपराधियों को जानकारी दी गई कि टारगेट चंद्रमोहन साह मचान पर ही बैठा हुआ है। और उसे मार दो लेकिन किस्मत का खेल देखिए कि उसी वक्त चंद्रमोहन साह घर का कुछ सामान लेने के लिए बगल की दुकान पर चला गया और उसी के इंतजार में मचान पर उसकी पत्नी बैठ गई थी। लेकिन अपराधकर्मी किन्नर राधा देवी को हल्का अंधेरा होने की वजह से पहचान नहीं पाया और मामा नारायण साह द्वारा बताए टारगेट को देखते ही गोली मारकर फरार हो गया था। आगे इस संबंध में हत्या करवाने वाला आरोपी मामा नारायण साह ने बेहद ही दिलचस्प जानकारी दिया। उसने कहा की वादी चंद्रमोहन साह को अभी जमीन संबंधित विवाद अपने ही दियाद से चल रहा था। अगर चंद्रमोहन साह को गोली मारा जाता है। तो उसका दियाद इस मामले में फस जाएगा। क्योंकि जमीन संबंधित विवाद दोनों में वर्षों से चल रहा है। और इसी विवाद में लोग समझेंगे की यह हत्या जरूर इसके दियाद ने ही किया होगा। साथ ही एक अन्य वजह जलन का भी था की इसके परिवार में किसी को सरकारी नौकरी नहीं था और इनके दियाद में बम भोली साह को नोकरी हुआ है।और इस हत्या का आरोप लगते ही वो नोकरी नहीं कर पाएगा। साथ ही 2008 में दोनो परिवार नारायण साह एवं बम भोली साह के बीच दोनों पक्षों में हुए विवाद में दोनो पक्षों से एक-एक हत्या भी हुआ था। जिसका टीस भी बदला लेना इसका मुख्य कारण होगा। साथ ही आपको बता दे इस हत्याकांड का सबसे दिलचस्प मोड़ अब आता है। आगे अनुसंधान में यह पता चला की वादी चंद्रमोहन साह की हत्या की जगह उसकी किन्नर पत्नी की हत्या हो जाता है। जबकि अगर चंद्र मोहन शाह की हत्या होती तो सारा आरोप उसके दियाद पर जाता और इसकी वजह से बम भोली साह की नौकरी भी चले जाता और वह फंस भी जाता। यानी एक तीर से 2 शिकार लेकिन आगे जब अपराधी चंदन साह के मामा नारायण साह ने जब एक अन्य जानकारी पुलिस को दिया तो पुलिस भी भौंचक रह गया। इस संबंध में मामा नारायण साह ने जानकारी दिया कि इस हत्या से दोनों परिवार तो बर्बाद होता ही साथ ही इस सबके बीच चंद्र मोहन साह की पत्नी किन्नर राधा देवी को नारायण साह भी पाना भी चाहता था। और वह चाहता था की किन्नर राधा देवी को भी पा लूं और उसके नाम से भी कुछ जमीन था वह भी मिल जाता यानी कि नारायण साह का एक ससक्त प्लान था की चंद्र मोहन साह को भी रास्ते से हटा दें और उसका दियाद बम भोली साह को भी उस हत्याकांड में फंसा कर रास्ते से हटा देता। और चंद्र मोहन साह की पत्नी किन्नर राधा देवी को अपना लेता और उसकी सारी जमीन भी मिल जाता। साथ ही दूसरी ओर चंद्र मोहन साह का भी जमीन मिल जाता। यानी कि एक तीर से 3 शिकार की योजना थी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। आगे एसपी राजेश कुमार ने बताया कि शंकरपुर थाना कांड संख्या-196/23 दिनांक 02.12.2023 धारा-25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स एक्ट एवं 20/22 एनडीपीएस एक्ट दर्ज किया गया एवं चंदन कुमार साह को शंकरपुर थाना कांड संख्या 196/23 में एवं नारायण साह को हत्या के कांड में संलिप्तता होने के कारण कांड संख्या 187/23 में गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि शंकरपुर थाना कांड संख्या 187/23 दिनांक 07.11.2023, धारा-302 दर्ज होने के बाद कांड के उद्भेदन हेतू लगातार सार्थक प्रयास किया जा रहा था। दूसरी और नारायण साह पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए इस घटना के बाद मृतिका की पोस्टमार्टम करवाने एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार पुलिस से संपर्क कर पूछ रहे थे। और घटना कौन किया है कि जानकारी लेते रहते थे। ताकि पुलिस को उस पर जरा सा भी शक ना हो। पर जैसे ही इनका भांजा चंदन कुमार साह गिरफ्तार हुआ तो सारा खेल का पासा ही पलट गया। अपराधकर्मी चंदन कुमार साह के विरुद्ध मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया एवं पंजाब में कुल 15 मामले दर्ज है।