कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
सिंहेश्वर प्रखंड के पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक डा. नंद लाल चौधरी की अध्यक्षता में सभी भेक्सीनेटर को पीपीआर के टीकाकरण के साथ ईयर टेगिंग का प्रशिक्षण दिया गया। इस बाबत डा. चौधरी ने बताया की भारत सरकार के द्वारा चलाए गए पीपीआर और एचएसबीक्यु के अभियान के तहत हर पंचायत के प्रत्येक वार्ड में रोगों से रक्षा के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया की पीपीआर पेस्टडेस पेटिट्स रूमिनेंट्स इसे बकरियों की महामारी या बकरी प्लेग भी कहा जाता है। इस बीमारी से बकरियों और भेड़ में बुखार, मुंह में घाव, दस्त, निमोनिया जिससे बकरियों की मौत तक हो जाती है। पीपीआर एक वायरल बीमारी है, जो पैरामाइक्सो वायरस के परिवार से जुडी है एवं रोगों की संख्या के कारण होती है। कई अन्य घरेलू जानवर और जंगली जानवर भी इस बीमारी से संक्रमित होते हैं। लेकिन बकरी और भेड़ की यह प्रमुख बीमारी हैं। पीपीआर बीमारी में मृत्यु दर आमतौर पर 50 से 80 प्रतिशत होती है। बहुत गंभीर मामलों में 100 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। राज्य भर के पशुपालकों के अच्छी खबर है। अब पीपीआर रोग से उनकी भेड़ व बकरियां पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगी। यह घातक रोग है, जिसकी वजह से भेड़-बकरियों में नाक व मुंह में छाले हो जाते हैं। यह छाले फैलकर पाचन तंत्र तक फैल जाता हैं। और 5 से 7 दिन के दौरान इस रोग से ग्रसित भेड़ व बकरी की मौत का शिकार हो जाती है।तथा एचएसबी के टीकाकरण से भी पशुओं के गलधोटु एंव लंगडिया बिमारी से बचाव होगा। मौके पर वैक्सीनेटर अंगद कुमार, अरविंद कुमार, आशीष कुमार, सतीश कुमार, गुड्डू कुमार, पिंटू कुमार, चंदन कुमार, कार्तिक कुमार, सुरेंद्र कुमार, बृजेश कुमार, शशि कुमार, सुरेश कुमार, ओम कुमार, इंदिरानंद मेहता, संजीत कुमार, पंकज कुमार, दिनेश कुमार, गोविंद प्रसाद यादव, शिव शंकर कुमार मौजूद थें।