मधेपुरा।
जिले में लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के एनसीडी यानि नॉन कम्युनिकेबल डिजीज यानि गैर संचारी रोग को लेकर जागरूकता शुरू किया गया है। इसके लिए प्रखंड स्तर पर एनसीडी स्क्रीनिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही, इसकी प्रतिदिन निगरानी की जा रही है। ताकि, अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी संबंधित पदाधिकारियों, चिकित्सकों, एएनएम व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मधेपुरा के एक निजी होटल में आयोजित कार्यशाला में एनसीडी स्क्रीनिंग को लेकर उन्मुखीकरण किया जा रहा है। इसके तहत एनसीडी एप के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया है। एसीएमओ डॉ. अब्दूस सलाम ने कहा कि एनसीडी को लेकर लोगों को भी जागरूक करने की तैयारी की जा रही है। ताकि लोगों को पता चल सके कि गैर संचारी रोगों में कौन-कौन सी बीमारियां आती हैं। जिससे वो अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर एनसीडी स्क्रीनिंग का लाभ उठा सकें। सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर है एनसीडी स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध है। एनसीडीओ डॉ. रंजना कुमारी ने कहा कि फिलवक्त हमलोग एनसीडी प्रशिक्षकों के द्वारा मधेपुरा जिला अंतर्गत पदस्थापित सभी बीसीएम, बीएम व ईओ को एनसीडी पोर्टल में आशा के आईडी को मैप करने के लिए कार्यशाला आयेाजित किया गया। उन्होंने कहा कि हमलोग सदर अस्पताल, पीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर एनसीडी से संबंधित सभी सेवाएं उपलब्ध हैं। चाहे वो ब्लड प्रेशर की जांच हो या शुगर की जांच हो, इनके लिए मशीन उपलब्ध हैं। पंचायत स्तर पर स्थापित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर भी लोग इनकी जांच करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को यह मालूम होना चाहिए की एनसीडी में कौन कौन से रोग आते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य संस्थानों पर पोस्टर व बैनर लगाए गए हैं। जिनमें बताया गया है कि गैर संचारी रोगों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अधिक वजन होना (मोटापा), हृदय रोग तथा लकवा, कैंसर, दमा, दंत रोग व मसूड़े के रोग आते हैं। साथ ही, आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से समय समय इनका प्रचार प्रसार किया जाता है। मौके पर डीवीडीसीओ डॉ. मुकेश कुमार सिंह, टीअेा डॉ. प्राची आंनद, डॉ. अमना कुमारी, डीटीओ डॉ याकुब मुजफ्फर, डीपीओ पंकज कुमार एफएलओ पंकज कुमार समेत अन्या मौजूद थे।