34 साल बाद नई शिक्षा नीति 2020 लागु हुआ। प्राचार्य सियाराम मंडल

Dr.I C Bhagat
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सिंहेश्वर  जवाहर नवोदय विद्यालय सुखासन मधेपुरा के प्राचार्य सिया राम मंडल ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई लाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देते हुए बताया की यह निति सभी के परामर्श से तैयार किया गया है।  इसे लाने के साथ ही देश में शिक्षा पर व्यापक चर्चा आरंभ हो गई। शिक्षा के संबंध में गांधी जी का तात्पर्य बालक और मनुष्य के शरीर मन तथा आत्मा के सर्वांगीण एवं सर्वोत्तम विकास से है। इसी प्रकार स्वामी विवेकानंद का कहना था कि मनुष्य की अंतर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है। इन्हीं सब चर्चाओं के माध्यम से हम देख रहे हैं। 1986 की शिक्षा नीति में क्या कमी रह गई जिसे हम दूर करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाने की आवश्यकता पड़ी।   उन्होंने कहा शिक्षा क्या है इस पर गौर करना आवश्यक है। शिक्षा का शाब्दिक अर्थ होता है सीखने सिखाने की क्रिया परंतु अगर इसके व्यापक अर्थ तो शिक्षा किसी भी समाज में निरंतर चलने  वाली सामाजिक प्रक्रिया है। जिसका मुल उद्देश मनुष्य की आंतरिक शक्तियों का विकास और व्यवहार को परिष्कृत किया जाता है। शिक्षा द्वारा ज्ञान एवं कौशल वृद्धि पर मनुष्य को योग्य नागरिक बनाया जाता है। उसी उद्देश्य से नई शिक्षा नीति 2020 लाया गया है। इसके घोषणा के साथ ही मानव संसाधन मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया। 


इस निति के द्वारा देश में स्कूल एवं उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों की अपेक्षा की गई है। पूर्व विद्यालय से माध्यमिक स्तर तक शिक्षा के सार्वभौमीकरण का लक्ष्य रखा गया। उन्होंने बताया अंतिम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में बनाई गई थी। इसमें वर्ष 1992 में कुछ संशोधन किया गया था। वर्तमान शिक्षा नीति अंतरिक्ष वैज्ञानिक के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट पर आधारित है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत वर्ष 2030 तक सकल नामांकन अनुपात को एक सौ प्रतिशत लाने का लक्ष्य रखा गया है। 



नया शिक्षा नीति के अंतर्गत राज्य सरकार के उद्देश्य जिला क्षेत्रफल जीडीपी के 6 प्रतिशत के हिस्से के सार्वजनिक व्यय का लक्ष्य रखा गया है। नई शिक्षा नीति को अब 3 वर्ष से 18 वर्ष की आयु वाले बच्चे को नई शिक्षा नीति के तहत 5 प्लस 3 प्लस 3 प्लस 4 वाले शैक्षिक समरसता का प्रस्ताव है।  जिसमें 5 वर्ष की फाउंडेशनल स्टेज जिसमें 3 साल का प्राइमरी स्कूल और ग्रेड 1,2 उसके बाद 3 वर्ष का प्रीपेटे्री स्टेज के बाद 3 वर्ष का उच्च प्राथमिक चरण 6, 7, 8 और फिर 4 साल का उच्च माध्यमिक चरण 9, 10, 11, 12 होगा। मौके पर शिक्षक कुमार प्रणव, हरिराम कुमार, हेमनाथ झा, अभय कुमार, जितेंद्र बिष्ट, छात्र शिवम कुमार, गौरव कुमार, प्रियंका कुमारी, आयुष कुमार, सक्षम कुमार, वर्षा कुमारी सहित छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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