अनंत पुजा की कथा के बाद श्रद्धालुओं को उसका थाली लौटाते
कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा:- बाबा नगरी सिंहेश्वर में सुबह से ही कई जगहों पर अनंत पुजा की धुम रही। नगर पंचायत सिंहेश्वर में बाबा मंदिर में पूजारी शंकर ठाकुर उर्फ रधु बाबा ने मंडप पर विधि-विधान से अनंत भगवान की कलश स्थापना कर पुजा की। और सिंहेश्वर वासियों के अनंत को पुजित किया। उनके साथ पुजारी प्रेम जी पंडा उर्फ प्रेम बाबा, निलांबर ठाकुर, मोहन ठाकुर, सक्षम ठाकुर, मुन्ना ठाकुर, संतोष ठाकुर शामिल थे।
वही नगर पंचायत के मुख्य बाजार में सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार शशीनाथ साह के किराना दुकान में भगवान अनंत की पुजा की गई। सुबह से ही पुजा के लिए दुकान को शुद्ध पानी से धोने के बाद गंगाजल से धोया गया। इसके बाद अधिकतर बाजार वासी अपने अपने घरों से भगवान अनंत के लिए पुजा और प्रसाद का थाल सजाकर अनंत सहित लाते हैं। और पुजा किया जाता है। लगभग 2 घंटे तक विधिवत पुजा चली जिसमें पुजारी पलट झा ने यजमान सुबोध गुप्ता को विधिवत पूजा कराया। पुजा के बाद बाद सभी के थाल के प्रसाद को मिला कर महा प्रसाद बनाया जाता है। जो अनंत सुत के साथ सभी के थाली में देकर लौटा दिया जाता है। और उसके बाद श्रद्धालु अनन्त भगवान की पूजा करके संकटों से रक्षा करने वाला 14 गांठ युक्त अनंत सूत्र बांधते है।
भगवान अनंत की कथा
कहा जाता है कि जब पाण्डव धृत क्रीड़ा में अपना सारा राज-पाट हारकर वन में कष्ट भोग रहे थे। तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनंत चतुर्दशी का व्रत करने की सलाह दी थी। धर्मराज युधिष्ठिर ने अपने भाइयों तथा द्रौपदीके साथ पूरे विधि-विधान से यह व्रत किया तथा अनंत सूत्र धारण किया। अनंत चतुर्दशी-व्रत के प्रभाव से पाण्डव सब संकटों से मुक्त हो गए। मौके आयुष कुमार भगत, सुनिल गुप्ता, मनोज गुप्ता, संजय गुप्ता, शशीनाथ गुप्ता, अमर गुप्ता, हेमंत कुमार चंदन, प्रशांत कुमार, निखिल गुप्ता, सतिश गुप्ता, स्मृति गुप्ता, अनुशा गुप्ता, मीरा गुप्ता, मनोज भगत, राजेश कुमार बबलू सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।
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