मैया के बेलनौती के अवसर पर शिवगंगा पर महाआरती
कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा:- बिहार के सबसे बड़े शिव मंदिर जहां की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक भूमी काफी उर्वरा रही है। इस पावन भूमी पर सांस्कृतिक धरोहर बनाए रखने हेतु समाजिक संगठन श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन ने सनातनियों के जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई है। उसी कड़ी में बाबा सिंहेश्वर मंदिर प्रांगण के शिव गंगा तट पर प्रत्येक रविवार के साथ साथ विषेश पर्व त्योहार पर महाआरती के साथ- साथ विभिन्न तरह के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करते हैं। जानकारी हो कि कि श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन और तापस पंडा समाज सिंहेश्वर के संयुक्त तत्वावधान में पिछले एक वर्ष से काशी और हरिद्वार के तर्ज पर प्रत्येक रविवार को भव्य संध्या महाआरती आयोजन हो रहा है। नवरात्री के मौके पर यह आयोजन 9 दिवसीय वेदिक मंत्रोच्चारण के साथ अध्यात्मिक सूरों से सुसज्जित महाआरती का आयोजन किया जा रहा है ।बेलनौती के अवसर पर यजमान गोलू सिंह रामपट्टी निवासी के द्वारा संकल्प पूजा किया गया। आरती शुरू होने से पहले काशी विश्वनाथ में गुरुकुल में पढ़ रहे सत्यम ठाकुर के द्वारा वेदपाठ किया जाता है जिससे श्रद्धालुओं को हार्दिक में भक्ति और अध्यात्मिक संचार होता है। आयोजन की भव्यता और श्रद्धा से सराबोर वातावरण ने श्रद्धालुओं को अयोध्या और काशी की महाआरती की याद दिलाती है। आरती तापस पंडा समाज के निलाम्बंर ठाकुर, दीपक ठाकुर, शंभू ठाकुर, अभय ठाकुर, मुरारी ठाकुर, अरविन्द कुमार, अविनाश ठाकुर, कलानंद ठाकुर, आदर्श ठाकुर, गोविंद ठाकुर, सत्यम ठाकुर के द्वारा किया गया। मौके पर सियाराम यादव, सरोज सिंह, अमरनाथ ठाकुर उर्फ लाल बाबा, शंकर ठाकुर उर्फ रघु बाबा, फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल, अरविंद प्राण सुखका, अनुज सिंह, सुदेश शर्मा, अरुण प्राण सुखका, बिट्टू चौरसिया, प्रिंस यादव, ललित भगत, मनीष मोदी, मुकेश यादव, आनंद कुमार, छोटू कुमार, अंशुमान कुमार, आशीष सत्यार्थी, गोलू सिंह, राम कुमार, रिशभ कुमार, प्रिंस कुमार, नील कुमार, अभिषेक कुमार, विष्णु गुप्ता, अमित कुमार, गिरजेश कुमार और विद्यासागर सहित कई अन्य उपस्थित थे।
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