वेद व्यास जयंती मनाते हुए सत्संगी
कोशी तक/ मधेपुरा:- मधेपुरा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संतमत सत्संग मंदिर में भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर संत स्तुति, प्रार्थना और सद्ग्रंथों का पाठ किया गया। कार्यक्रम में अवकाश प्राप्त शिक्षक शिवनारायण साह ने कहा कि गुरु जीवन का रास्ता दिखाते हैं और उनके बताए मार्ग पर चलने से घर में सुख और शांति बनी रहती है।
कार्यक्रम में क्या हुआ?
- संत स्तुति और प्रार्थना: कार्यक्रम की शुरुआत संत स्तुति और प्रार्थना के साथ हुई।
- सद्ग्रंथों का पाठ: सद्ग्रंथों का पाठ किया गया और महर्षि वेदव्यास के जीवन और कार्यों पर चर्चा की गई।
- गुरु पूर्णिमा की महिमा: रामचंद्र यादव ने गुरु पूर्णिमा की महिमा बखान करते हुए कई धर्म ग्रंथों की चर्चा की।
विचार और संदेश
- गुरु का महत्व: प्रो. विंदेश्वरी बाबा ने कहा कि गुरु के बिना जीवन बेजान और आधारहीन है।
- वर्ग भेद और जातिभेद: उन्होंने यह भी कहा कि वर्ग भेद और जातिभेद राष्ट्रहित के लिए कलंक है और हम सभी एक ही ईश्वर के संतान हैं।
कार्यक्रम में अधिवक्ता सोहनलाल गुप्ता, सीताराम साह, संजय गुप्ता, गजेंद्र यादव, प्रो सुजीत मेहता और कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
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