कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा :- जेएनकेटी मेडिकल कालेज ने एक और उपलब्धि हासिल की और डीएनबी कोर्स के पढ़ाई की मान्यता मिली। डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) एक प्रतिष्ठित स्नातकोत्तर डिग्री है जो चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह कोर्स राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) द्वारा आयोजित किया जाता है और इसकी अवधि तीन साल होती है।2 सीट की मान्यता का एग्रीमेंट देते एनबीईएमएस के सलाहकार
पेडियाट्रिक में मिली 2 सीट
इस बाबत जेएनकेटी मेडिकल कालेज के दौड़े पर आए बिहार सरकार के नेशनल मेडिकल एग्जामिनेशन बोर्ड की सलाहकार प्रभाकर सिन्हा ने बताया की पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन में जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज की ओर से 5 विषय में डीएनबी की पढ़ाई के लिए मांग की थी। जिसमें एनिस्थिशिया, जनरल मेडिसिन, एनाटॉमी, पीडियाट्रिक और गैनिक के लिए आवेदन किया गया था। जिसमें इंस्पेक्शन के बाद पेडियाट्रिक के लिए दो सीट की मान्यता से दी गई है। वही 4 विषय एनेस्थीसिया, जनरल मेडिसिन, गैनिक और एनाटॉमी का भी रिजल्ट आने ही वाला है। डीएनबी कोर्स का वैल्यू एमएस और एमडी से के बराबर है। साथ ही उन्होंने बताया एमएस और एमडी में एडमिट होना बड़ी बात है। पास होना उतनी बड़ी बात नहीं है। लेकिन डीएनबी में एडमिशन बड़ी बात नही है लेकिन पास होना बड़ी बात है। उन्होंने बताया कि सरकार इस तरह का कोर्स बिहार के कई जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में भी संचालित किए जाने की योजना है।
5 साल बाद मिली डिग्री कोर्स की मान्यता।
जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. दिनेश कुमार ने बताया की 2020 में पहली बार जेएनकेटी में छात्रों का एडमिशन का काम शुरू हुआ। और 25 में सभी छात्र फाइनल ईयर में पहुंच गए हैं। इन 5 साल बाद कालेज को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री डीएनबी कोर्स की मान्यता मिली है। यह कोर्स राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित होती है। जिसमें हमने 5 विषय में आवेदन किया था। सभी विषयों का इंस्पेक्शन हो गया है। जिसमें सबसे पहले पेडियाट्रिक में दो सीट प्राप्त हुआ है। जबकि जेनरल मेडिसिन, एनेस्थीसिया, गैनिक और एनाटॉमी है सभी में 6 सीट हैं। एनाटॉमिक में चार सीट हैं। बच्चे कहां रहेंगे कहां उसकी पढ़ाई होगी इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। अगले साल से सीट और बढ़ेगी। मौके पर जेएनकेटी मेडिकल कालेज सह हास्पीटल के अधीक्षक डा. नगीना चौधरी, उपाधीक्षक सह आपातकालीन प्रभारी डा. प्रेम रंजन भास्कर मौजूद थे।
डीएनबी कोर्स की विशेषताएं:
- पात्रता: एमबीबीएस डिग्री और एक साल की रोटेटरी इंटर्नशिप।
- विशेषताएं : मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री रोग, बाल रोग और अन्य कई विशेषताएं।
- परीक्षा: सैद्धांतिक और व्यावहारिक परीक्षा।
- प्रवेश: प्रवेश परीक्षा और काउंसलिंग के माध्यम से।
डीएनबी कोर्स के लाभ:
- चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल होती है।
- रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
- पेशेवर विकास में मदद मिलती है।
डीएनबी कोर्स का महत्व:
- एमडी और एमएस जैसे अन्य पोस्टग्रेजुएट डिग्री के समान मान्यता प्राप्त है।
- चिकित्सा क्षेत्र में उच्च स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है।