मुरलीगंज में एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी ने गरीबों के मेहनत की कमाई से लाखों की ठगी कर हुआ फरार।

 

ठगी के शिकार पीड़ित लोग कार्ड लेकर समान लेने पहुंचे  



कोशी तक/ मुरलीगंज मधेपुरा:- मुरलीगंज में एक ठग कंपनी आराध्या माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से मुरलीगंज झील चौक पर एक कंपनी खोली गई ‌थी। पहले तो कंपनी 15/20 रोज तक मुरलीगंज, बिहारीगंज, जानकीनगर के अलग-अलग पंचायत में जाकर महिलाओं से संपर्क किया 10 /12 महिलाओं का ग्रुप बनाकर एक नाम दिया गया। वहीं इस कंपनी के कर्मी के द्वारा बताया गया कि इस कंपनी में टीवी, फ्रिज, साइकिल, आयरन इत्यादि कम रैट पर मिलती है। साथ ही 50 हजार का लोन भी मिलता है। लोन लेने से पहले पहले आपको कंपनी से कोई भी एक समान खरीदना होगा। 2500 से लेकर 25000 का सामान दिखाया गया बहुत सारे लोगों ने 2500 से लेकर 5000 का सामान पसंद किया कंपनी के लोगों के द्वारा बताया गया कि इसका रुपया पहले देना होगा और ऑफिस में सभी को बुलाया जाएगा और एक साथ समान एवं सभी को 50 हजार का लोन के तौर पर दी जाएगी। यह सारा खेल इस तरह किया जा रहा था जैसे कि आम फाइनेंस कंपनी करती है। चुकी क्षेत्र में बहुत सारी फाइनेंस कंपनी आई हुई  इसी तरह का प्रोसेस उन लोगों का भी रहता है भोले भाले लोग इसी झांसे में आकर पहले रुपया दे दिया। मुरलीगंज प्रखंड, बिहारीगंज, जानकीनगर के सैकड़ो महिलाओं को एक ही डेट पर मुरलीगंज ऑफिस आने का बात कही गई। सैकड़ो की संख्या में सारे महिला पुरुष मुरलीगंज झील चौक स्थित आराध्या माइक्रो फाइनेंस कंपनी पहुंचा तो ऑफिस में ताला लगा हुआ था। सारे लोग काफी खोजबीन करने लगे जो फोन नंबर दिया गया था उसे पर फोन भी किया गया तो फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था। जब काफी देर इंतजार करने के बाद कुछ भी नहीं हो पाया तो लोगों को शक हुआ कि हमारे साथ बहुत बड़ा फ्रॉड हुआ है। और हो हल्ला होने लगी। इस घटना के बाद कुछ लोगों ने मुरलीगंज थाना में आवेदन देकर सारी जानकारी दी और न्याय की गुहार लगाई है। 

लोगों को किया जागरूक।

उन्होंने जागरूकता को लेकर लोगों से अपील की इस मामले की जानकारी के बाद कोई भी लोन देने वाली कंपनी आपके यहां आता है तो सबसे पहले उनका आप फोटो खींचे साथ ही उन सभी व्यक्तियों का आधार कार्ड मांग कर सर्च करें। कि वह सही व्यक्ति है या नहीं। साथ ही वह जो वाहन से आता है गाड़ी नंबर चेचिस नंबर का फोटो वीडियो बनाकर रखें। साथ ही आया हुआ व्यक्ति फोटो खिंचवाने या आधार कार्ड देने में हिचकिचाता है तो आप तुरंत समझ जाए कि यह व्यक्ति फ्रॉड है। और तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को दें। खुद ठगी होने से बच्चे और लोगों को भी बचाएं। 

मुरलीगंज से अंशु भगत 

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