कोशी तक/ भर्राही मधेपुरा:- मधेपुरा जिलांतर्गत भर्राही थाना की पुलिस ने चोरी के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जिसमे दो आरोपी नाबालिग हैं। एक तरफ पुलिस ने चोरी के आरोप में तीनों युवकों को जेल भेज कर राहत की सांस ली है। तो वहीं दूसरी ओर आरोपी युवकों के परिजनों ने मधेपुरा एसपी संदीप सिंह को आवेदन देकर झूठे केस में फंसा कर पुलिस पर टॉर्चर करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह मामला तब सामने आया जब तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा था। उस वक्त व्यवहार न्यायालय परिसर में आरोपी युवक और परिजन एक-दूसरे से लिपट कर फूट-फूटकर रो रहे थे। इस मामले में परिजनों ने बताया कि 10 अप्रैल की रात को तीनों युवकों को भर्राही थानाध्यक्ष अमित कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों के द्वारा गिरफ्तार कर थाना ले जाया गया। परिजनों ने बताया कि सुबह जब वे थाने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि स्थानीय सुभाष यादव के घर में करोड़ों की चोरी हुई है। इसी मामले में तीनों युवकों को गिरफ्तार किया गया है। परिजनों ने कहा कि थाने में उन्हें उनके बच्चों से मिलने नहीं दिया गया। पुलिस के द्वारा युवकों को 3 दिनों से टॉर्चर किया गया। 13 तारीख की शाम लगभग 5:00 बजे कोर्ट में पेश किया गया। परिजनों ने बताया कि उनके और सुभाष यादव के बीच वर्षों से भूमि विवाद का मामला चल रहा है। इस मामले में कई बार पहले भी षड्यंत्र रचकर फसाने की कोशिश की जा चुकी है। परिजनों ने मधेपुरा एसपी से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। चोरी के आरोप में 3 युवकों को जेल ले जाते पुलिस
वहीं इस मामले में लोजपा रामविलास के जिलाध्यक्ष दिनेश पासवान ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर पुलिसिया कार्य शैली पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है। गौरतलब हो कि बीते 8 अप्रैल बुधवार की रात भर्राही बाजार के वार्ड नंबर 03 निवासी सुभाष यादव के घर में भीषण चोरी हुई। जिस मामले में पीड़ित के द्वारा भर्राही थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसमें बताया गया कि 95 लाख का सोना व 5 लाख की चांदी के जेवर सहित 7 लाख रुपये नगद की चोरी हुई। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को शुक्रवार की रात गिरफ्तार किया। मालूम हो कि कानूनी तौर पर किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से ज्यादा पुलिस रिमांड में रखने के लिए कोर्ट से परमिशन लेना होता है। लेकिन थानाध्यक्ष अमित कुमार ने ऐसा कुछ भी नहीं किया और 24 घंटे से ज्यादा पुलिस रिमांड में रखकर तीनों युवकों को लगातार टॉर्चर किया।