जेएनकेटी मेडिकल कालेज की ज़रूरी सुविधाओं की उपलब्धता के लिए युवा शक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल अनल ने कमिश्नर से लगाई गुहार।

Dr.I C Bhagat
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 जेएनकेटी मेडिकल कालेज पहुंचे कोशी आयुक्त राजेश कुमार 



कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा :- कोशी का लाईफ लाईन कह बड़े  ही तामझाम के साथ 7 मार्च को जेएनकेटी मेडिकल कालेज का उद्घाटन सुबे के मुखिया नीतीश कुमार ने राजनीतिक लाभ के लिए कर दिया था। लेकिन संसाधनों और चिकित्सकों के अभाव में कोशी का जीवनदायिनी मेडिकल कालेज की चिकित्सा सुविधा देने में वर्तमान स्थिति सदर अस्पताल और कई सीएचसी से भी दयनीय है। जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल रैफरल अस्पताल बन कर रह गया है। वही जेएनकेटी की बिगरी समस्या को लेकर युवा शक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पुर्व मुखिया बालम गढ़िया के अनिल कुमार अनल ने रोगी कल्याण समिति की बैठक में पहुंचे कोशी आयुक्त राजेश कुमार को एक ज्ञापन सौंपते हुए मेडिकल कालेज की समस्या को दुर करने की मांग की। अपने आवेदन में श्री अनल ने बताया कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मधेपुरा में गंभीर बीमारी का ईलाज नहीं हो पा रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक सप्ताह में एक या दो दिन आकर अपना उपस्थिति दर्ज करके चले आते है। जिस वजह से दुर  दुर से आए मरीज और उसके परिजनों को भारी मेडिकल सुविधाओं का  अभाव झेलना पड़ता है। तथा आपातकालीन और महत्वपूर्ण जगह पर 24 घंटा ईसीजी की सुविधा नहीं मिलता है।

ऐजेंसी कर रही है कर्मियों का शोषण।

उन्होंने बताया कि जेएनकेटी मेडिकल कालेज में कार्यरत वार्ड बॉय, वार्ड गर्ल, सुरक्षा गार्ड की दैनिक मजदूरी जो श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित राशि से काफी कम और उक्त कर्मियों की उपस्थिति के आधार पर सम्बंधित विभाग जहा कर्मी कार्यरत है अनुपस्थिति विवरणी के आधार पर अधीक्षक / प्राचार्य के द्वारा एजेंसी को राशि ट्रान्सफर की जाती है। उसमें आधा से ज्यादा राशि एजेंसी के द्वारा कर्मियों को नहीं दिया जाता है। श्री  अनल ने मांग करते हुए कहा की इसकी अपने स्तर से जांच करवाकर गरीब कर्मियों को न्याय दिलाने की मांग की। 


साथ ही अल्ट्रासांउड की सुविधा निरंतर चालू करवाई जाय।

एम आरआई की सुविधा अभी तक चालू नहीं किया गया है। 

एम्बुलेंस 13 की जगह 4 ही चलाया जा रहा है।

मेडिकल कालेज जैसे बड़े अस्पताल में पोस्टमार्टम अभी तक शुरू नहीं किया गया है। ना ही मर्चुरी भवन की सुविधा है। जबकि मेडिकल कालेज में पढ़ाई जारी है। 

इस बाबत अपनी मांगों को लेकर उसकी प्रतिलिपि 1. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार पटना। 2. मुख्य सचिव, बिहार सरकार पटना। 3. मुख्यमंत्री के आप्त सचिव, बिहार सरकार पटना से भी मेडिकल कालेज में बेहतर सुविधा की मांग की है।

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