कोशी तक/ ग्वालपाड़ा मधेपुरा
मुरलीगंज प्रखंड में मुरलीगंज में रविवार को कबीर पंथी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का कार्यक्रम संपन्न हुआ। आज यहां दूर दूर से आए हुए करीब 1000 से अधिक संख्या में सत्संग श्रोता सत्संग सुनने आए। अपने प्रवचन में उन्होंने कहा सत्संग से हीं हमें सभी कर्मों में छुपे पाप और पुण्य का ज्ञान होता है। पाप का ज्ञान होने से हमारे जीवन में होने वाले बड़ी तथा छोटी हानि से हम बच सकते हैं। समाज में फैले नशा, भ्रष्टाचार, दहेज, भ्रूण हत्या, पाखंड एवं अंधविश्वास से होने वाले हानि का ज्ञान संत होता है। रामपाल जी ने अपने सत्संग में सभी शास्त्रों के आधार पर बताया है। जिसे सुनकर कई श्रद्धालुओं ने सतमार्ग पर चलने का संकल्प लिया। जो एक स्वच्छ समाज के निर्माण का प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा सत्संग साधना टीवी पर शाम 7:30 बजे भी सुन सकते हैं। एवं यूट्यूब चैनल पर जाकर तत्त्वज्ञान समझ सकते हैं।संत रामपाल के अनुयाइयों द्वारा उनका संदेश बांटते
इनका कहना है कि सत्संग सुनने से से मानव की सभी बुराइयों को खत्म कर देती है। वहीं जिला मधेपुरा बिहार के श्रद्धालु आज अवकाश के दिन अनुयाई घर घर, गली गली, गांव गांव जाकर श्रद्धालुओं को सत्संग में आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वे जनता को बता रहे हैं कि सभी पवित्र धर्मों के ग्रंथों में प्रमाण है कि भगवान की सच्ची भक्ति से हमारे सारे दुखों का नाश संभव है। समाज के युवाओं को जिस नशे ने जकड़ रखा है उससे निजात पाना संभव है। दहेज जैसी कुरीति के बिना भी बेटी की शादी संभव है। भ्रष्टाचार, पाखंडवाद, कर्मकांड, छुआछूत, जाति पति के भेद आदि सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म कर रहा ये तत्त्वज्ञान एक आध्यात्मिक क्रांति लेकर आया है। हम सभी को चाहिए की इस सत्संग में आकर सच्चाई को जाने, समझें और और अपना जीवन सुखी बनाएं। फिर सच में धरती स्वर्ग समान बन जाएगी। जब सभी मानव समाज अपने सद्ग्रंथों से परिचित होकर एवं बुराइयों से बचकर सतमार्ग पर चलेंगे। बाढ़ आश्रय स्थल में प्रोजेक्ट के माध्यम से वर्चुअल सत्संग करते हुए संत रामपाल जी महाराज ने अपने अमृत वचनों से जाति धर्म सम्प्रदाय और पंथों में बटी मानवता को तत्वज्ञान की डोरी में पिरो दिया। उन्होंने कहा कि सभी धर्म हिंदू-मुसलमान सिख ईसाई का परमात्मा एक ही है संत रामपाल जी महाराज ने मोक्ष हेतु रूढ़िवादियों से जकड़े समाज को ऊपर उठने का संकेत देते हुए कहा कि तत्वज्ञान के अभाव से मुसलमान कहते हैं। जिसने कुर्बान शरीफ का ज्ञान हजरत मुहम्मद कहा वह कादर अल्लाह समर्थ प्रभु हिन्दु कहते हैं। जिनसे गीता का ज्ञान अर्जुन को दिया वह कृष्ण ही सर्वशक्तिमान प्रभु हैं। मौके पर जिला स्तर के कार्यकर्ता बिनोद दास, नवीन दास, नरेश दास, निरंजन दास एवं अन्य लोग मौजूद थे।