कोशी तक/ उदाकिशुनगंज मधेपुरा
उदाकिशुनगंज नगर परिषद कार्यालय में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उदाकिशुनगंज का नगर परिषद अस्तित्व में आने के समय से विवादों के घेरे में रहा है। इसमें कई खामियां सामने आता रहा है। कार्यालय में भ्रष्टाचार का जड़ जमा हुआ है। भ्रष्टाचार का मामला सामने आता रहा है। ताजा मामला नप के द्वारा सोमवार देर संध्या को सामान्य बोर्ड की बैठक में भ्रष्टाचार का मामला उठाने पर तीन पार्षदों को 60 दिन तक किसी भी बैठक में भाग लेने से निष्कासित किया जाना है। जानकारी हो कि सोमवार संध्या को समान बोर्ड की बैठक में नगर परिषद के मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद एवं वार्ड पार्षदों के बीच का अंतर कलह खुलकर सामने आया। वार्ड नंबर 4 के वार्ड पार्षद संजय कुमार पूर्वे उर्फ मार्शल, वार्ड नंबर 17 के वार्ड पार्षद अजय कुमार मंडल, वार्ड नंबर 18 के वार्ड पार्षद रमन कुमार राणा को बैठक में हो हंगामा करने के संदर्भ में मुख्य पार्षद ने 60 दिन तक किसी भी बैठक में भाग लेने से निष्कासित कर दिया है। उक्त तीनों वार्ड पार्षदों के निष्कासन उपरांत देर संध्या तक नगर परिषद के सामान्य बोर्ड का बैठक युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया। बैठक में अनावश्यक तरीके से उपमुख्य पार्षद पति राकेश कुमार दास उर्फ जॉनसन दास घुस गया जिसका विरोध वार्ड पार्षदों ने किया। वार्ड पार्षदों का कहना था किसी भी पार्षद का पति या पुत्र बैठक में क्यों भाग लेगा। इसी बात का विरोध उक्त तीनों वार्ड पार्षदों ने किया इसके बाद वाद विवाद होते-होते बैठक युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया। कुछ वार्ड पार्षद पतियों ने उपमुख्य पार्षद पति राकेश कुमार दास उर्फ जॉनसन दास की पिटाई कर दी। उपमुख्य पार्षद पति जॉनसन दास की पिटाई के बाद उसकी पत्नी उपमुख्य पार्षद मिंकी कुमारी ने उदाकिशुनगंज थाने में तीन वार्ड पार्षद और एक वार्ड पार्षद पति के खिलाफ आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। दिए गए आवेदन में उप मुख्य पार्षद ने कहा है कि मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया गया धक्का मुक्की की गई। साथी धमकी दी गई कि तुम्हारा पति नगर परिषद कार्यालय से बाहर निकलेगा तो जान से मार देंगे। वहीं वार्ड पार्षद रमन कुमार राणा, संजय कुमार पूर्वे उर्फ मार्शल, अजय कुमार मंडल ने बताया कि उपमुख्य पार्षद पति राकेश कुमार दास उर्फ जॉनसन दास अवैध ढंग से जबरन बैठक में घुस गया जिसे हम लोगों ने शांति पूर्वक विरोध जताया। साथ ही बैठक के माध्यम से हम लोगों ने आवाज उठाया की नगर परिषद उदाकिशुनगंज में वाहनों से दो महीना से जो अवैध वसूली की गई वह राशि कहां गई। नगर परिषद उदाकिशुनगंज में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा पूर्व से कार्यरत कार्यालय कर्मी को बिना नोटिस के हटाकर अपने निजी स्वार्थ के लिए निजी व्यक्ति को नगर क्षेत्र के बाहर से लाकर कार्यालय में क्यों रखा गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अभी तक लाभुकों को नहीं मिला है जबकि मुख्य पार्षद पुत्र एवं उपमुख्य पार्षद पति के द्वारा प्रत्येक लाभुकों से पांच 5000 की वसूली की जा रही है ऐसा क्यों? नगर परिषद उदाकिशुनगंज में जब से वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी अपना योगदान किए हैं तब से अब तक अपने कार्यालय कक्ष में नहीं बैठते हैं वह अपना आवास से ही कार्यालय का कार्य निष्पादन करते हैं जिसकी पुष्टि कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरा से किया जा सकता है तो ऐसा क्यों हो रहा है। इन सब मुद्दों का जब हम लोगों ने आवाज उठाया तो कार्यपालक पदाधिकारी और मुख्य पार्षद पुत्र एवं उपमुख्य पार्षद पुत्र सुनियोजित साजिश के तहत हम लोगों को निष्कासित कर दिया गया। और रात के अंधेरे में बैठक किया गया। जबकि मुख्य पार्षद और वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी आपस में रिश्तेदार है इसलिए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर हम लोगों की आवाज को दबाने के लिए षड्यंत्र के तहत हम लोगों को फसाना चाह रहे हैं। हम लोग चाहते हैं कि नगर परिषद क्षेत्र में विकास हो और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे। असंवैधानिक ढंग से नियम कानून को ताक पर रखकर हम तीनों पार्षदों को निष्कासित किया गया है ऐसा कहीं भी कोई रूल रेगुलेशन नहीं है यह बिल्कुल गलत और षड्यंत्र को दर्शाता है।