कोशी तक/ सिंहेश्वर, मधेपुरा
अब नगर पंचायत सिंहेश्वर के लोगों से टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है। टैक्स के दायरे में पक्का मकान, निजी अस्पताल, सरकारी कार्यालयों को भी रखा गया है। यह टैक्स वार्षिक किराया क्षेत्रीय बोर्ड द्वारा निर्धारण होगा। अब ऐसे सभी मकानों में रहने वाले लोगों को टैक्स देना होगा। इसके लिए सिंहेश्वर नगर पंचायत अपनी तैयारी शुरू कर दिया है। नगर पंचायत की सड़कों को प्रधान मुख्य, मुख्य व अन्य सड़क में बांटा गया है। जिसके हिसाब से अलग अलग टैक्स की राशि निर्धारित की गई है।
नवगठित नगर पंचायत क्षेत्र के लाेगों की जेब अब होल्डिंग टैक्स देने में ढीली होगी। शहर जैसी सुविधा प्राप्त करने के एवज में उन्हें टैक्स देना होगा। टैक्स वसूली के लिए कई तरह के नियम बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा हाउसहोल्डर कमर्शियल आवासीय एवं अन्य निर्धारित टैक्स वसूला जाएगा। नगर प्रशासन की ओर से किराया का अलग-अलग निर्धारण किया गया है।
किया जाएगा विकास का काम
नगर पंचायत के लोगों से वसूल की जाने वाली राशि से गली-नाली, सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, नाली सफाई, जल निकासी का प्रबंध करने, सफाई व कचरा उठाव करने सहित कई विकास के कामों का निपटारा किया जाएगा। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है कि नगर पंचायत क्षेत्र में शौचालय की जमीन कहां कहां आवंटित की गई है। साथ ही 24 घंटे जलने वाले बिजली बिल का भुगतान भी टैक्स की राशि से किया जाना है।
असमंजस क्या गठन काल से ही देना होगा टैक्स
विभागीय सूत्र की माने तो नगर पंचायत का दर्जा जब से सिंहेश्वर को मिला है तब से टैक्स जमा करना होगा। मालूम हो कि सिंहेश्वर के गौरीपुर और सिंहेश्वर पंचायत के शहरी क्षेत्र को मिलाकर नगर पंचायत सिंहेश्वर का गठन किया गया है। हालांकि सैरात बंदोबस्ती के लिए नगर पंचायत सिंहेश्वर को कोई दिशा निर्देश नहीं है। बस स्टैंड सहित जिला परिषद द्वारा बनाए गए दुकान की बंदोबस्ती अब तक जिला परिषद ही करता आ रहा है। जिसके कारण नगर पंचायत को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रैक्स की राशि 20 रुपए से हजार रूपये तक निर्धारित की गई है। यदि कोई व्यक्ति अपने आस पास या घर के सामने कचड़ा फेंकते पाए जाते हैं तो दंड पाने के अधिकारी होते हैं। वही नाला पर दुकान लगाने वालो पर दंड लगाया जाएगा।
इस बाबत कार्यपालक पदाधिकारी राजकुमार कुशवाहा ने बताया कि सारे टैक्स बिहार सरकार नगर विकास एवं आवास विभाग तय करता है। जिसके प्रस्ताव एवं प्रारूप में वित्त विभाग की भी सहमति होती है। इन टैक्स से नगर पंचायत का विकास किया जाना होता है। उन्होंने कहा कि टैक्स कब से लिया जाएगा इस बात को लेकर संशय बना हुआ है। बैठक की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्षा पुनम देवी ने की। वही बैठक में उप मुख्य पार्षद परवेज आलम, शंकर चौधरी, रंजू देवी, इंद्रजीत कुमार, रंजीत सिंह, अर्चना देवी, प्रदीप राम, विंदेश्वरी राम, कैली देवी, निलु देवी, बजरंग कुमार, आफताब अहमद, चांदनी देवी, कार्यालय प्रभारी रिशु कुमार मौजूद थी।
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