कोशीतक/ गम्हरिया मधेपुरा
गम्हरिया थाना क्षेत्र के टोका में किराये के मकान में रह रही उत्क्रमित मध्य विद्यालय टोका स्कुल की एक बीपीएससी शिक्षिका ने गले में दुपट्टा बांध कर पंखे से लटक कर फांसी लगाकर आत्म हत्या करने का मामला सामने आया है। मामले की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शिक्षिका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। मृतका की पहचान उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिला के कैंट थाना अंतर्गत मबूसराय देहात के शिवनगर कॉलोनी निवासी रामखेलावन सिंह चौहान की 31 वर्षीया पुत्री अदिति सिंह चौहान के रूप में हुई है। अदिति सिंह उत्क्रमित मध्य विद्यालय टोका स्कुल में शिक्षिका के पद पर पदस्थापित थीं। उन्होंने 23 नवंबर 2023 को इस स्कूल में योगदान की थी। जानकारी के अनुसार बताया कि बीपीएससी शिक्षिका अदिति चौहान टोका निवासी अनिल कुमार यादव के मकान में किराये पर रहती थी। उसके साथ एक और महिला शिक्षिका पार्टनर के साथ रहती थी। हालांकि दोनों का रुम अलग अलग था। लेकिन खाना एक में ही बनता था और एक साथ ही खाती थी। रूम पार्टनर शिक्षिका ने बताया कि मंगलवार की रात को दोनों ने साथ खाना खाया था।इस बीच अदिति के घर से उसकी बहन ने कई बार मेरे नंबर पर कॉल किया। ऐसा पहली बार हुआ था कि अदिति के घर से मुझे फोन आया। अदिति की बहन ने फोन पर कहा कि अदिति से बात करा दे। वो फोन नहीं रिसीव नहीं कर रही है। अदिति अपने कमरे में सो रही थी। मैंने उन्हें बता दिया की वह वह कमरे में सो रही है। जिसके बाद अगले दिन फिर फोन आया बुधवार को करीब 11 बजे उस समय हम स्नान कर रही थी। बाद में अदिति से बात करायी। अदिति ने बात करके मेरा फोन लौटा दी। अदिति की रुम पार्टनर ने बताया कि उसके बाद वो करीब 12 बजे किसी काम से मधेपुरा चली गयी। शाम करीब पांच बजे वापस रुम पर आई तो अंदर से दरवाजा बंद था। जिसके बाद उन्होंने रुम मालिक को बोली कि अदिती रुम नहीं खोल रही है। इसके बाद रूम मालिक और रूम पार्टनर बगल के खिड़की से देखा तो पता चला की अदिति रुम के लगे पंखा में दुपट्टा बांधकर आत्महत्या कर ली। मृतका शिक्षिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते
इधर घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मृतिका के दो भाई शशिकांत चौहान और सौरभ चौहान बहनोई मोनु चौहान ने शव देखते ही दहाड़े मारकर रोने लगे। बड़ा भाई शशिकांत चौहान ने बताया कि वह दो भाई और चार बहन में तीसरे नंबर थी। उसने बीपीएससी की परीक्षा पास कर हाल ही में शिक्षिका की नौकरी प्राप्त की थी। बहन अदिति सिंह चौहान को नौकरी नहीं करने को लेकर शुरू में है सलाह दिया गया था। लेकिन बच्चों की पढ़ाने की ललक इतनी थी कि नौकरी छोड़ने को तैयार नहीं थी। उन्होंने बताया कि बहन का पैर में दर्द था जिसको लेकर 14 सितंबर को घर आई थी वहां पर डॉक्टर से दिखाकर परिवार में सभी से बात भी की और 19 सितंबर को वापस गम्हरिया चले गए। इस घटना को लेकर पूरे शिक्षकों में मातम छा गया। मध्य विद्यालय टोका में पद स्थापित मृतिका अदिति सिंह चौहान के स्कूलों में पूरे दिन मातम छाया रहा। सभी बच्चे व शिक्षकों में आंखें नम थी। वहां के शिक्षक ने बताया कि अदिति सिंह चौहान एक अच्छे शिक्षिका के रूप में थी। वह बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेलकूद में भी बच्चों को सिखाती थी। वह बच्चों से काफी लगाव रखती थी।
इस बाबत थानाध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता ने ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल मामले को लेकर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है। जहां बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है। मृतक के रुम से दो मोबाइल फोन भी मिला है। इस मौके पर प्रमुख शशि कुमार, जिला परिषद प्रतिनिधि सह राजद नेता डा. रवि शंकर उर्फ पिंटू यादव, जदयू प्रखंड अध्यक्ष श्याम कुमार यादव, प्रभु नारायण मेहता, राजद प्रखंड अध्यक्ष विश्वनाथ यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने शोक संवेदना व्यक्त किया।