अशोक वाटिका में बैठक करते आरएसएस के सदस्य
कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
स्थानीय अशोक वाटिका में सिंहेश्वर धाम की पौराणिकता के जिर्णोद्धार को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मनोज भगत की अध्यक्षता में उसके विकास को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि सामाजिक समरता के विभाग संयोजक, लोक कला मंच के प्रांत प्रमुख एंव पंचम धाम के राष्ट्रीय मंत्री सिकंदर कुमार ने बताया की बाबा सिंहेश्वर धाम अपने में कई पौराणिकता समेटें हुए हैं। जिसकी धुल हटाने के लिए सभी को आगे आना होगा। उन्होंने बताया की हमारे बाबा सिंहेश्वर नाथ के शरण में ही भगवान राम के जन्म के लिए राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया था। किदवंती यह भी है की इस पुत्रेष्टि यज्ञ के लिए राजा दशरथ नंगे पांव अयोध्या से सिंहेश्वर पधारें थें। और सिंहेश्वर के क्षेत्र में यज्ञ हुआ था। इस यज्ञ के लिए 7 पोखर का निर्माण कोशी के कछार पर किया गया था। जिसका अवशेष अभी भी यहा मिलता है। इसी 7 पोखर के कारण उस जगह को सतपोखरिया कहा जाने लगा जो घीरे घीरे अपभ्रंश होकर सतोखर के नाम से प्रसिद्ध हो गया। यहा पुत्रेष्टि यज्ञ करने वाले श्रृंगी ऋषि के पिता विभांडक ऋषिदेव का बहुत ही बड़ा आश्रम था। जो चंपारण्य के नाम से जाना जाता था। उसी श्रृंगी ऋषि के द्वारा बाबा की नगरी में कराए गए यज्ञ के कारण राजा दशरथ को 4 पुत्र की प्राप्ति हुई थी। पौराणिकता पे चर्चा करते करते बैठक में शामिल लोग
इसी को देखते हुए विश्व पटल पर भगवान राम के जन्म के लिए हुए पुत्रेष्टि यज्ञ स्थली को उजागर करने का दायित्व भी हम सिंहेश्वर वासियों को है। इसलिए एक विस्तृत योजना के साथ भव्य कार्यक्रम की जिम्मेवारी मधेपुरा जिला के हर व्यक्ति की है। यहा विश्व पटल पर ऐतिहासिक जानकारी के लिए इस तरह के आयोजन लगातार हो ताकि सरकार का ध्यान इस दुर्लभ और पौराणिक बातों पर जाय। क्योंकि लगातार चल रहे रिसर्च में पुत्रेष्टि यज्ञ की सभी संभावना बाबा सिंहेश्वर के नगरी जुड़ी हुई है। इसमें सभी वर्गों के लोगों से शामिल होने की अपिल की गई है। इस बाबत जिला मुख्य मार्ग प्रमुख संजीव भगत ने बताया की बैठक में इस कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए 20 अगस्त को एक बैठक का आयोजन अशोक वाटिका में ही रखा गया है। मौके पर मोल सिंह, मुकुल वर्मा, विभाकर सिंह, मनोज कुमार चौधरी, विष्णु शर्मा, सुदेश शर्मा, संजीव कुमार शर्मा, संजीव पोद्दार, अजय मंडल, योगेंद्र राम, भानु कुमार, सोनू आजाद, गोविंद खंडेलवाल, संजय गुप्ता, निशु कुमार सिंह, कुणाल आनंद, संजय पाठक, डा. प्रणव प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।