मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सेवा हुआ बंद

Dr.I C Bhagat
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 पश्चिम बंगाल में ट्रेनी महिला चिकित्सक की रेप और हत्या का विरोध करते चिकित्सक।


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा 


जेएनकेटी मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल के छात्रों ने पश्चिम बंगाल में हुए एक महिला चिकित्सक की रेप कर हत्या के विरोध में विरोध प्रदर्शन करते हुए जूनियर चिकित्सकों ने इमरजेंसी सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया। चिकित्सकों ने शाम पांच बजे से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। इस बाबत बताया गया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में एक ट्रेनी महिला चिकित्सक की रेप कर हत्या करने के विरोध में जेएनकेटी मेडिकल कालेज के छात्र- छात्राओं ने उसे इंसाफ दिलाने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने केंद्र सरकार से इस मामले में पीड़ित ट्रेनी महिला चिकित्सक के आरोपी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। ताकि पीड़ित के परिजनों को इंसाफ मिल सके। वहीं सुरक्षा की मांग को लेकर उन्होंने मेडिकल कॉलेज में अविलंब पुलिस चौकी खुलवाया जाए। उन्होंने बताया जेएनकेटी मेडिकल कालेज में भी इसी सप्ताह मृतक के शव को रख कर तोड़ फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था। इस लगातार लिए चौकी  के साथ साथ दिन रात महिला व पुरुष पुलिस बल पर्याप्त संख्या में तैनात रहे। चिकित्सकों के सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार सख्त से सख्त कानून लाए।  आरोपी को जो कोई भी संरक्षण दे रहे है उन्हे भी सख्त से सख्त सजा दी जाए। वहीं यह भी बताया कि जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज में आए दिन बाहरी लोगों द्वारा तोड़ फोड़, चिकित्सकों के साथ मारपीट गाली गलौज की जाती है। जिसपर अविलंब कार्रवाई करते हुए सुरक्षा प्रदान किया जाए। वहीं जूनियर चिकित्सकों ने बताया कि अपनी मानवता को प्रस्तुत करते व अपने चिकित्सक होने की जिम्मेवारी निभाते हुए वैसे मरीज जो काफी गंभीर है। जिन्हें अविलंब चिकित्सा की आवश्यकता है उन्हें इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। वहीं अस्पताल अधीक्षक डा. नगीना चौधरी ने बताया कि जूनियर चिकित्सकों के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सभी को अपने कर्तव्य पर जल्द से लौटने की बात कही गई है। हालांकि गंभीर मरीज का इलाज डा. अंजनी व आपातकालीन प्रभारी डा. प्रियरंजन भास्कर के द्वारा किया जा रहा है। यह भी बताया गया कि गुरूवार को कैंडल मार्च भी निकाला गया था। इस दौरान जूनियर डा. सुमित आनंद, रमन कुमार, प्रिंस कुमार, रोहित कुमार, श्रवण कुमार, सुभाष कुमार, प्रिंस कुमार, संजीव कुमार, नितेश कुमार, निशांत कुमार, अभिजीत शर्मा, अनुज कुमार, सत्यपाल कुमार, सतिश कुमार, जीतु कुमार, पुष्कर कुमार, जमन मुशर्रफ, विकाश कुमार, सत्यम कुमार, आशिष कुमार, नशीम, प्रियंका कुमारी, निशा कुमारी, विधी मिश्रा, नेहा वर्मा, मुर्शालिंन, दीपशिखा, अभिलाषा कुमारी, उत्कर्ष राज, रौनक कुमार, सचीन कुमार सहित सैकड़ों जूनियर चिकित्सक शामिल थे।

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