कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज बाजार के रहिका टोला में सोमवार को दिनदहाड़े गिट्टी बालु मटेरियल विक्रेता पर चली गोली के मामले में मंगलवार को घायल व्यवसाई अंकेश कुमार के बडे भाई अरविंद कुमार के द्वारा मुरलीगंज थाने में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है। आवेदन में बताया गया है कि मामला रुपए के लेनदेन को लेकर था जिस कारण गोलीबारी की घटना घटी है। अरविंद कुमार ने बताया कि उनके फुफेरे बहनोई मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत गंगापुर वार्ड नंबर 7 निवासी रविंद्र कुमार यादव को मकान बनाने के समय 10 लाख रुपए का मटेरियल दिया गया था। जिसमें 5 लाख नगद भी लिया था बाकी के 5 लाख रुपए की मांग करने पर उनके द्वारा धमकी दी जा रही थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि रविंद्र यादव के द्वारा ही जेल से व्यवसाई अंकेश कुमार की हत्या की साजिश रची गयी है। रविन्द्र यादव हमलोगों को रिश्ता में बहनोई लगेंगे क्योंकि रविन्द्र यादव की पहली पत्नी मेरी फुफेरी बहन है। जब रविन्द्र यादव ने दुसरी शादी कर लिया तब मेरे बहन द्वारा विरोध करने पर मेरे परिवार एवं रविन्द्र यादव के बीच रिश्ते में खटास आ गया। इसके बाद जब मेरे भाई द्वारा उधार रूपया का मांग किया गया तो रविन्द्र यादव देने से इनकार करने लगा। और ज्यादा बोलने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। इसी बीच दो-तीन माह पूर्व रविन्द्र यादव गांजा तस्करी में पकड़ा गया था। तथा उनके विरूद्ध कुमारखंड थाना कांड संख्या 123/ 24 दर्ज हुआ और गिरफ्तार होकर जेल चला गया। तथा जेल से बराबर धमकी दे रहा था कि तुमको यानि मेरे भाई अंकेश को जान से मरवा देंगे। और मारने का सुपारी भी दे दिए। दिनांक 01/ 07/ 2024 को करीब 09:30 बजे दिन में मेरा भाई अंकेश कुमार अपने दुकान को खोलकर बैठा था कि उसी समय एक सफेद रंग का मोटरसाईकिल मेरे भाई के दुकान कैम्पस में घुसा जिसपर तीन व्यक्ति सवार था। तीनों व्यक्ति गिट्टी, बालू, सिमेन्ट का कीमत पूछने लगा और उसी बात-चीत के दौरान दो अपराधी बात करते हुए मेरे भाई को दो गोली मार दिया। जिसमें एक गोली सिर में और एक गोली छाती में लगी मेरा भाई लहू लहान होकर गिर गया। तथा अपराधी यह कहते हुए पुनः मोटरसाईकिल से पश्चिम की ओर भाग गया कि रविन्द्र यादव ने सुपारी दिया था मारने का काम कर दिए। हालांकि आरोपी रविंद्र यादव फिलहाल गांजा तस्करी के मामले में जेल में बंद हैं। वहीं इस मामले में मुरलीगंज पुलिस ने प्राथमिक की दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। जहां उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई तो वहीं व्यवसाईयों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया। फिलहाल घायल व्यवसायी खतरे से बाहर हैं और सहरसा स्थित निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। वही इस मामले में मुरलीगंज थाना अध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अनुसंधान की जा रही है।