प्रशांत किशोर ने मधेपुरा की राजनीति पर जाहिर की चिंता, कहा मधेपुरा में ऐसा कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है, जहां 3 से 5 परिवार के लोगों का नहीं है कब्जा, ये परिवार वाले झंडा और दल बदल कर आपको-हमको बनाते हैं बेवकूफ़



प्रशांत किशोर की पदयात्रा में शामिल महिला और युवाओं 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


जन सुराज अभियान के तहत बिहार की पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर का गुरुवार को मधेपुरा में तीसरे दिन पदयात्रा किया। जहां उन्होंने पदयात्रा से पहले प्रेस वार्ता की और बिहार और मधेपुरा से जुड़ी दिल  को छु लेने वाला राजनीतिक टिप्पणी की। आज पदयात्रा की शुरूवात मधेपुरा कॉलेज नगर परिषद से की जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर भतरन्धा परमानपुर होते हुए होते हुए भतरन्धा मध्य विद्यालय पहुंची। गांव के लोगों ने प्रशांत किशोर की पदयात्रा का स्वागत बैंड-बाजा, ढोल-नगाड़ों के साथ किया। इस दौरान इस भीषण गर्मी में भी बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं की भारी भीड़ भी देखने को मिली। 


मधेपुरा में ऐसा कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है, जहां 3 से 5 परिवार के लोग विधायक बनते न आ रहे हों, झंडा और दल बदल कर आपको-हमको बनाते हैं बेवकूफ़: प्रशांत किशोर


जन सुराज पदयात्रा के तहत प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आप बिहार की राजनीति देखिए जब कांग्रेस की सरकार थी तब शकुनी चौधरी विधायक मंत्री थे, जब नीतीश कुमार सत्ता में आए तब भी शकुनी जी मंत्री रहे। आज जब भाजपा को राजनीति करना है तो उनको कोई और कुशवाहा नहीं मिला शकुनी चौधरी का लड़का ही मिला। आप को लगता है आप कांग्रेस को हटा कर लालू को लाए लालू को हटा कर नीतीश को लाए पर ऐसा नहीं है। आज बिहार में 12 सौ परिवार ही शासन कर रहा है। आप अपने मधेपुरा के हर विधानसभा को देख लीजिए। कोई ऐसा विधानसभा नहीं है जो 3 से 5 परिवारवालों के बाहर गया हो। उसी परिवार वालों के लोग अलग-अलग झंडा और दल लेकर आपको हमको बेवकूफ़ बना कर वोट लेते हैं। जनता नीतीश और लालू को सबक तो सिखाना चाहती है मगर द्वारा उसी परिवार वाले को वोट कर देती है।

पलायन बिहार की सबसे बड़ी समस्या है।

प्रशांत किशोर ने कहा बिहार में सबसे बड़ी समस्या पलायन की है। चाहे श्रम का पलायन हो, चाहे शिक्षा का पलायन हो बेरोजगारी की समस्या से गरीब पलायन कर रहे हैं। यह समस्या सिर्फ गरीबों बेरोजगारों की नही है। यहा से पुंजी का भी पलायन हो रहा है। बिहार के गरीबों के हक का 26 लाख करोड़ रूपया यहा से चला गया। जहा फैक्ट्री लग रही है और रोजगार के अवसर बन रहे हैं। आज पलायन के कारण परिवार एक साथ नही रह पाता है। छठ और शादी छोड़ दें तो परिवार के सदस्य का  समय पलायन में ही बितता है। 

2 अक्टूबर को जन सुराज बनेगा राजनीतिक दल।

प्रशांत किशोर ने कहा विकल्प के आभाव में लोग घुम फिर कर वही राजद, वही जदयू वही बीजेपी को मत देने के लिए मजबुर है। हम यह नही कहते हैं की हम विकल्प है। विकल्प के लिए किसी ना किसी को आगे आना होगा। उसमें में से आप क्यों नही। 20 महीने से बिहार के हर जिले के पंचायत पंचायत और गांवों गांवों में घुम रहे हैं। लोगों की समस्या से अवगत हो रहे हैं। जिस पर एक कार्ययोजना तैयार किया जा सके। 2 अक्टूबर को जन सुराज राजनीतिक दल में गठन होगा। लेकिन उसका नेता हम नही होंगे। मेरा काम उस समय भी इसी तरह घुम घुम कर लोगों को जगाना होंगा। 



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