कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
बीपी. मंडल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मधेपुरा में शुक्रवार को 10 वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस योग दिवस में कॉलेज के छात्रों, स्टाफ और फैकल्टी सदस्यों ने मिलकर भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रो. नितीश कुमार, एनएसएस राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी द्वारा किया गया था। इस अवसर पर कॉलेज के कालेज के प्राचार्य प्रो. अरविंद कुमार अमर ने कहा कि योग स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी को प्रतिदिन योग करने की सलाह दी। योग सत्र का शुभारंभ सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और यह 8 बजे तक चला। नोडल अधिकारी ने बताया कि इस योग सत्र में सभी फैकल्टी ने विशेष रुचि दिखाई। जनसंपर्क अधिकारी निशिकांत कुमार ने बताया कि दैनिक जीवन में योग का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। बल्कि मानसिक शांति और संतुलन को भी प्रोत्साहित करता है।
योग का महत्व और इतिहास
जन सम्पर्क पदाधिकारी श्री कुमार ने बताया कि योग की उत्पत्ति भारत में हज़ारों साल पहले हुई थी। यह एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है जो शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करता है। योग की प्राचीन पद्धतियां और शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और आधुनिक जीवन में तनाव और बीमारियों से लड़ने में सहायक हैं। योग दिवस की शुरुआत 21 जून 2015 को हुई थी। जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी। इसका उद्देश्य विश्वभर में योग के लाभों के प्रति जागरूकता फैलाना है। योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम विधियों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। आज के कार्यक्रम में योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम विधियों का प्रदर्शन किया गया। सभी प्रतिभागियों ने एक साथ योगाभ्यास किया और इससे उन्हें ऊर्जा और ताजगी का अनुभव हुआ। इस कार्यक्रम ने न केवल योग के महत्व को समझाने का कार्य किया बल्कि इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए भी प्रेरित किया।
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