बिहारीगंज के मोहनपुर पंचायत में ड्रेनेज सफाई में हो रही धांधली के खिलाफ वार्ड सदस्य ने खोला मोर्चा। डीएन से कारवाई की मांग की।

नहर जहा मनरेगा में लगा लूट खसोट का आरोप 
आरोप- फोटो खिंचाने के लिए नहर पर काम करते मजदूर 


कोशीतक /बिहारीगंज मधेपुरा


मनरेगा में लूट की छुट कहावत को चरितार्थ करते बिहारीगंज के मोहनपुर पंचायत में मनरेगा के कार्य में गलत तरीके से मजदूरी दिखा कर राशि का बंदरबांट करने का एक मामला सामने आया है। इस बाबत मोहनपुर पंचायत के वार्ड सदस्य अजय कुमार ने इस बंदरबांट पर पीआरएस और पीटीए को आड़े हाथों लेते हुए इसकी शिकायत डीएम मधेपुरा से किया है। हालांकि  मोहनपुर पंचायत के वार्ड नंबर 9 के वार्ड सदस्य अजय कुमार ने 22 मार्च को पहला आवेदन जिला पदाधिकारी के जनता दरबार में दिया था। 25 मार्च को इसका जांच के लिए आदेश भी निर्गत कर दिया गया था। लेकिन कुछ कारवाई नही होने के कारण 10 मई को फिर डीएम मधेपुरा को आवेदन देकर मनरेगा की धांधली को रोकने की मांग की। अपने आवेदन में उन्होंने मनरेगा कार्य में अवैध तकनीक से मजदूरी दिखाकर सरकारी राशि बंदरबांट किये जाने की का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। वार्ड सदस्य अजय कुमार ने आवेदन में बताया गया है कि पीआएस और पीटीए के मिलीभगत से वार्ड नंबर 9 में धार के ताल की सफाई एवं बांध मरम्मत का कार्य की योजना को नियम ताक पर रखकर किया जा रहा है। दोनो योजन का शिलापट्ट खुद की कहानी वया करते

उन्होंने कहा जॉब कार्ड धारी मजदूर की वास्तविक उपस्थिति धरातल पर नहीं दिख रहा है। जिसका जाब कार्ड लगा हुआ है उसमें से एक भी मजदूर काम नही करते। जो 2-4 मजदूर है भी तों सिर्फ फोटो एनएमएस बनाया जा रहा है जो की गैर कानूनी है। उन्होंने कहा की ऐसे मजदूर की हाजिरी जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। ताकि सही मजदूरों को उसका वाजिब हक मिल सके। साथ ही योजना स्थल पर एक दिन भी पीआरएस नही आया है। बिचौलिए द्वारा सभी कार्य कराए जा रहें हैं। उन्होंने बताया की आवेदन के पश्चात जिला पदाधिकारी मधेपुरा के द्वारा उपरोक्त मामले में संज्ञान लेते हुए निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण मधेपुरा तथा जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मधेपुरा को जांच हेतु प्राधिकृत भी कर दिया है। लेकिन अब तक उस मामले में को कारवाई नही की गई है। जिसके बाद 10 मई को फिर आवेदन दिए हैं। ऐसा लगता है मनरेगा में लूट की खुली छुट के कारण ही मनरेगा कर्मी का गलत से डरने का भय ही समाप्त हो गया है। वही इस बाबत पीआरएस पवन कुमार ने बताया की जिस समय  वह आवेदन लगाया उस समय 16 से आचार संहिता लागू होने वाला था। उस समय योजना का आउट गोइंग के लिए 3-4 लेवर का डिमांड लगाया गया था। जिसमें 3400 रूपया का ही पेमेंट हुआ है। जिस पर उलटा सीधा आरोप लगा रहा है। योजन की जांच के लिए डीडीसी साहब आ रहे हैं। 

क्या है योजना

बिहारीगंज प्रखंड के मोहनपुर पंचायत के वार्ड नंबर 9 में आनन फानन में लगभग 19 लाख का नहर सफाई योजन खोला गया। जिसमें एक योजना वार्ड नंबर 9 में मनोज मंडल के खेत से उपेंद्र साह के खेत तक ड्रेनेज का ताल सफाई एवं दोनों तरफ बांध मोमबत्ती कार्य जिसके प्रकृति राशि 9 लाख 34 हजार 896 रूपया है। वहीं दूसरी योजना वार्ड नंबर 9 में उपेंद्र साह के खेत से लेकर विद्यानंद साह के खेत तक ड्रेनेज के तल का सफाई एवं दोनों बांध मरम्मती का कार्य जिसके प्रचलित राशि 9 लाख 60 हजार 840 रुपया है। जो पंचायत के द्वारा ही किया जा रहा है। इस योजन की गड़बड़ी अब डीडीसी साहब के जांच के बाद ही पता चल सकेगा।



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