कडामा में जन संपर्क के दौरान सांसद को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।

Dr.I C Bhagat
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जन संपर्क के दौरान सांसद ने ग्रामीणों की अनदेखी पर किया विरोध 
जमकर किया ग्रामीणों ने सांसद का विरोध 


कोशीतक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


आलमनगर विधानसभा के कडामा में जनसंपर्क के दौरान एनडीए प्रत्याशी को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ गया। विरोध की वजह से प्रत्याशी ने अपनी गाड़ी वहां से जल्दी बाजी में निकाल लिया। मालूम हो कि मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद सह एनडीए प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान कडामा गांव पहुंचे जहां सिर्फ एक ही परिवार के घर जाकर मुलाकात की और वहां से अपनी गाड़ी पर सवार होकर सीधे अन्य गांव जाने लगे। लेकिन इसी क्रम में गांव निकलने से पूर्व ही गांव के हीं कुछ लोगों ने उनके गाड़ियों के काफिले को रुकवाया और सांसद से गांव की समस्या को देखने की बात कही। लेकिन सांसद दिनेश चंद्र यादव की गाड़ी आगे बढ़ती रही। इसी क्रम में पीछे बैठे बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष सह स्थानीय विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने गाड़ी को रुकवा कर लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि इस गांव के पुल की मांग निश्चित ही बहुत पुरानी है। और हमारे द्वारा इस अनुशंसा कर विभाग को भेज भी दिया गया है। जल्द ही पुल निर्माण होगा। लेकिन लोगों ने सांसद से आग्रह किया कि वह जर्जर पुल को एक बार स्वयं से गाड़ी से नीचे उतर कर देखे लेकिन उन्होंने बड़े तल्ख आवाज में कहा मुझे दिखता नहीं है क्या?

फिर क्या था इसके बाद सांसद को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ गया। पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्थानीय दर्जनों लोगों ने वोट बहिष्कार करने की बात तक कह डाली। लोगों ने कहा कि क्षेत्र का विकास नहीं तो वोट नहीं। हालांकि लोगों ने कहा बीजेपी के नाम पर सांसद फिर जीत जाएंगे। लेकिन यहा की समस्या सुनने वाला कोई नही। सांसद महोदय को देने वाला आवेदन भी लोगों फाड़ दिया। 

विदित हो कि कडामा गांव को एन एच 106 को जोड़ने वाला एकमात्र पुल जो कि लगभग 60 वर्ष पहले बना था। अब पूरी तरह से जर्जर हो चुका है पुल में कई जगह गड्ढे बन गए हैं। कई  जगह सरिया बाहर निकल गए हैं। मालूम हो कि स्थानीय लोगों ने कई बार इस पुल के पुनः निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक, सांसद सहित अन्य को लिखित आवेदन दिया। लेकिन पुल ज्यों का त्यों पडा हुआ है। मालूम हो कि इस  पुल पर से गिरकर पूर्व में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। कई लोग घायल हो चुके हैं कई गाड़ियां भी पलट गई है लेकिन जनप्रतिनिधि और विभाग पर कोई असर नहीं हुआ है।ग्रामीणों में पूर्व मुखिया प्रतिनिधि मुकेश झा, राजू झा, अभिषेक आचार्य,  विवेकानंद आचार्य, गुलशन झा, ग्रिजेश कुमार, सावन झा, अमरजीत कुमार, निशांत कुमार, मानस आचार्य, विक्की कुमार, दिलखुश मिश्रा, दीपक कुमार, राहुल झा, अमरकांत झा, मनोज मंडल, संतोष मंडल इत्यादि शामिल रहे।

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