विचाराधीन बंदी की जेल में मौत, आक्रोशित कैदियों ने की तोड़फोड, छावनी बना मधेपुरा का जेल

Dr.I C Bhagat
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परिजनों को शव  के लिए समझाते एएसपी, एसडीओ और अधिकारी।

- हत्या के मामले में 10 माह से मधेपुरा जेल में बंद था सिंहेश्वर प्रखंड के रूपौली वार्ड-6 निवासी गुणसागर शर्मा

-पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया शव


कोशीतक/सिंहेश्वर, मधेपुरा।


हत्या मामले में मधेपुरा जेल में 10 माह से बंद एक विचाराधीन बंदी की सोमवार की रात को संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित अन्य बंदियों और कैदियों ने जेल में जमकर तोड़फोड़ की। सूत्रों की मानें तो जेल के अंदर के एक या दो गेट और कंप्यूटर कक्ष को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके बाद आक्रोशित बंदियों और कैदियों से निपटने के लिए जेल में लाठी चार्ज किया गया। इसमें एक दर्जन से अधिक कैदी-बंदी को चोट आई है, जबकि कैदियों के प्रतिकार में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट आई। मृतक बंदी के परिजनों का आरोप है कि बिना किसी कसूर के उसके परिजन की जेल में पुलिसकर्मियों के द्वारा पिटाई की गई, इस कारण से उसकी मौत हो गई। 

शव से लिपट कर रोते परिजन 

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

पिछले कुछ समय में मधेपुरा जेल और उदाकिशुनगंज उपकारा में कई विचाराधीन बंदियों की संदिग्ध स्थिति में मौत हुई है। इसी क्रम में होली की रात को भी मधेपुरा जेल में 10 माह से हत्या के आरोप में बंद सिंहेश्वर प्रखंड के रूपौली वार्ड नंबर-6 निवासी गुणसागर शर्मा की मौत हो गई। जबकि इसी मामले में उसका एक भाई उदाकिशुनगंज जेल में बंद है, तो वहीं उसी परिवार की एक महिला का पिछले दिनों ही जमानत हुआ है। मृतक बंदी के परिजन विजय कुमार ने जेलर पर पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है। जबकि मृतक के दामाद नंदन कुमार और भतीजा साजन शर्मा ने बताया कि उन लोगों को सोमवार की देर रात को ही किसी माध्यम से पता चल गया था कि उनके परिजन का जेल में मर्डर हो गया है। सुबह में जब वे लोग जेल पर आए, तो देखा कि यहां पुलिस भरी हुई थी। पहले तो उन लोगों को भी वहां से हटा दिया गया, लेकिन बाद में शव को देखने दिया गया। उन लोगों ने बताया कि शव के गला, हाथ, पीठ और कमर पर चोट के निशान थे। इससे प्रतीत होता है कि जेल में बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या की गई है। 

परिजनों ने की जेलर पर कार्रवाई की मांग

परिजनों का कहना है कि इस मामले में जेलर समेत जेल के अन्य अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। उन लोगों ने डीएम और एसपी से ऐसे लोगों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इधर, घटना के बाद से जिले के आला अधिकारी, एएसपी, एडीएम, एसडीओ आदि जेल पर कैंप कर रहे हैं। फिलहाल कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। मृतक के शव को सीओ कोशिकी झा को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। 

दोषियों पर होगी कार्रवाई

घटना की सभी पहलूओं की गंभीरता से जांच की जा रही है। इस मामले में जो कोई भी दोषी होगा, उसपर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

प्रवेंद्र भारती, एएसपी, मधेपुरा


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