उमंग और उत्साह से मनाया गया रंग और अबीर का त्योहार होली

Dr.I C Bhagat
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 होली की मस्ती के रंग में रंगे युवाओं की टोली।


कोसी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा 


शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रंगों का पर्व होली उत्साह और उमंग के साथ सोमवार को मनाया गया। सुबह से ही रंगों की बौछार का जो सिलसिला शुरु हुआ। वह दोपहर बाद तक जारी रहा। इस दौरान हुड़दंग के बीच युवाओं ने एक-दूसरे पर रंग-अबीर की बौछार करने के साथ ही एक-दूसरे का कपड़ा फाड़ा। पर्व की खुमारी बच्चों के सिर चढ़कर बोल रहा था। उनकी पिचकारी से निकली रंगों की धार से कोई बच नहीं पाया। सुबह आठ बजे से टोली में युवाओं के निकलने का क्रम शुरु हो गया था। रंगों से सराबोर समूह में चल रहे युवाओं की जैसे ही अन्य लोगों पर नजर पड़ रही थी। वह उन्हें भी रंगों से सराबोर कर रहे थे। जगह-जगह ढोल-मजीरा बजाते हुए होली गीतों पर आम और खास ने ठुमका लगाया। इस दौरान अबीर-गुलाल की बौछार भी होती रही। छोटे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। बच्चे सड़क के किनारे और घरों की छतों पर पिचकारी से लैस होकर खड़े थे। जैसे ही लोग उनके पास पहुंच रहे थे। वह उन पर पिचकारी से से रंग डाल रहे थे। हुड़दंग के बीच युवा एक-दूसरे का कपड़ा फाड़ने में जुटे रहे। इस बीच कपड़ा फाड़ने को लेकर कई बार लोगों के बीच हल्की झड़प भी हुई। एक तरफ जहां युवा बाहर होली खेलने में व्यस्त थे। वहीं महिलाएं और युवतियों ने घरों के अंदर ही एक-दूसरे पर रंगों की बारिश की। शहर या गांव की कोई ऐसी सड़क नहीं बची थी, जो रंगों से सराबोर नहीं थी। दोपहर बाद तक रंग खेलने का सिलसिला जारी रहा। 

 देवनगरी में भी झूमे लोग

देवनगरी सिंहेश्वर धाम में युवाओं ने जमकर होली मनाया । होली के अवसर पर बाबा मंदिर परिसर में भंग में सरोवर युवाओं ने जमकर ठुमके लगाए। पूरा मंदिर परिसर ढोल नगाड़े बजाकर शांति का भी संदेश दिया । सिंहेश्वर में शिवरात्रि के अवसर पर लगाए गए एक मास के मेले में मेला परिसर में कोई गड़बड़ी ना हो इसके लिए मेला थानाध्यक्ष राम दयाल सिंह लगातार चौकसी बरत रहे थे। वही जिले में किसी भी घटना को रोकने के लिए जगह जगह सादे लिबास में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सर्कस के कलाकार आपस में होली खेलते हुए 


सर्कस के कलाकारों ने जमकर खेली होली।

महाशिवरात्रि मेला में आए 6 पोल का रोलेक्स सर्कस के कलाकारों ने जमकर होली खेली और आपसी भाईचारे का परिचय दिया। हालांकि होली के बाद मेला का आकर्षण कम हो सकता है। वही सर्कस होली के बाद दुसरे जगह जाने की सुचना मिली है। 

 एक-दूसरे के घर जाकर दी पर्व की बधाई

 होली पर्व पर दोपहर बाद रंग खेलने पर विराम लग गया। इसके बाद लोगों ने नहाकर नया पोशाक धारण किया। शाम को लोग एक-दूसरे के घर पहुंचे और अबीर-गुलाल लगाकर एवं गले मिलकर पर्व की बधाई दी। इस दौरान लोगों ने गुझिया, चिप्स, पापड़, नमकीन, मिठाई, दही बड़ा, अंगूर सहित अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया। शाम चार बजे के बाद से मिलने-जुलने का जो क्रम शुरू हुआ, वह देर रात तक जारी रहा। 

 बैक डोर से बिकी शराब

 शहर के साथ ही कई ग्रामीण क्षेत्रों में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शराब बंदी के बावजूद शराब की बिक्री लगातार होती रही। नशे में युवाओं के बाइक की रफ्तार सड़क पर चार चांद लगा रहा था। लेकिन युवाओं के रफ्तार पर नकेल कसने में पुलिस नाकामयाब रही 

 सिंहेश्वर से मुकेश की रिपोर्ट

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