कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
जिला प्रशासन की पहल पर एक बार फिर से मेले की रौनक लोटने लगी। पिछ्ले 3 दिनों से एडीएम अरूण कुमार, डीडीसी अवधेश कुमार, एसडीओ संतोष कुमार और एसडीसी संतोष कुमार के लगातार मेला भ्रमण और मुलभुत सुविधाओं को मुहैया कराने को लेकर सजग रहने से मेला में भीड़ बढ़ी है। इन लोगों के द्वारा मेला का लगातार पैदल भ्रमण कर मेला में आए श्रद्धालु हो या दुकानदार सबकी समस्याओं को नजदीक से देखा और दुर करने का निर्देश दिया।
मेला में आकर्षण के कई चीज मौजूद हैं।
बिहार के प्रसिद्ध सिंहेश्वर मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन के लिए कई होटल अपने लजीज व्यंजन के साथ मेले की शान बढा रहे हैं। होटल वैशाली, होटल प्रभात, विनोद चाट हाउस और सम्राट मीट हाउस शामिल हैं। मेला का सबसे प्रसिद्ध चाट दुकान विनोद चाट हाउस
खाने के विभिन्न व्यंजनों के साथ होटलों का समूह
बच्चों से लेकर हर वर्ग के लोगों के लिए तरह तरह के आकर्षक झूले जिसमें उड़ीसा के रेंजर झूला, ड्रेगन, राम झूला, नाव झुला, टोरा टोरा और महिलाओं और युवक - युवतियों की पसंद का ब्रेक डांस झुला धुम मचा रहा है। इस बार बाबा की पावन नगरी में चार धाम यात्रा के लिए माता वैष्णव देवी का गुफा सुर्खियां बटोर रहा है। वही बंगाल का मशहूर जादुगर जिसके जादु को देख कर लोग दांतों तले अंगुली दबाने को मजबुर हो जाते हैं।
वही बम्बई का फैंसी मीना बाजार और सहारण पुर हेंडीक्राफ्ट, बुलंद शहर का गिफ्ट आइटम, दिल्ली का आर्टिफिशियल ज्वेलरी और बोन चाइना का सामान, फिरोजाबाद, जयपुर, मुजफ्फरपुर की चुड़ी की प्रसिद्ध दुकान, और चटपटे अचार की हर भेराईटी की दुकान आने से मेले के आकर्षण में चार चांद लग गया है। इस बार संवेदक जितेन्द्र कुमार सिंटु ने मेला को पुरे सिस्टेमेटिक ढंग से सजाने का का किया है। झूला, दुकानों को अलग- अलग जगहों पर सुसज्जित किया गया है। मेला में दो दो डिजनीलेंड लगा हुआ है। जिसमें कई आकर्षक समान श्रद्धालुओं को लुभा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था पुरी तरह चाक चौबंद और जगह जगह सीसीटीवी कैमरा लगा रहने से परिवार के साथ आने वाले लोगों को अब किसी तरह की परेशानी का सामना नही करना पड़ रहा है। मौके पर एडीएम अरूण कुमार, डीडीसी अवधेश कुमार, एसडीओ संतोष कुमार, एसडीसी संतोष कुमार, मेला संवेदक जितेन्द्र कुमार सिंटु, आभाष झा, न्यास प्रबंधक अभिषेक आनंद, पुर्व न्यास सदस्य सरोज सिंह, मनोज ठाकुर, राकेश श्रीवास्तव, श्रवण कुमार, सियाराम यादव, झुला मालिक कमरूल, भुषण यादव सहित कई कर्मी मौजूद थे।