महज 4 दिन बचे महाशिवरात्रि मेला को उद्घाटन स्थल और मंच भी नही हुआ तैयार।बिहार सरकार की सबसे जरूरी पेय जल की सुविधा भी नही हो सकी पुरी।

Dr.I C Bhagat
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शिवगंगा पर कार्यों का निरीक्षण करते एसडीओ सहित जिला प्रशासन की टीम 


कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा


बिहार प्रसिद्ध मेला में से एक सिंहेश्वर स्थान में लगने वाला महाशिवरात्रि मेला मे प्रशासनिक तैयारी सिफर है। हालांकि मेला की प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर जिला के आलाधिकारियों ने दो बैठक जरूर किया है। लेकिन मेला में अभी तक श्रद्धालुओं की बात तो छोड़िए आए हुए दुकानदारों के लिए चापाकल और  शौचालय की व्यवस्था नही हो सकी है। जिसके कारण दुकानदार काफी परेशान हैं। 4 दिन बाद मेला का उद्घाटन है लेकिन न तो अब तक धनबाद गेट का रंग-रोगन और सजावट शुरू हो सका है। नाही डीआरडीए मंच का जहा से अधिकारी मेला को संबोधित करेंगे। वही सिंहेश्वर थाना को संभालने वाला थाना का भी रंग रोगन नही हो सका है। वही मेला का नाक कहे जाने वाला गांधी पार्क अपनी बदहाली का आंसु पीने को विवश हैं। 

नही हुआ दुल्हा के घर का रंग रोगन। दुल्हन का घर है विरान।

महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर का रंग रोगन कर विवाह के लिए सजाया जाता है। जहा से भव्य और आलौकिक बारात निकलती है। वही मंदिर का अब तक रंग रोगन का काम भी शुरू नही किया जा सका है। वही यह बारात गौरीपुर पंडा टोला जाती है। वहा भी विरानी छाई हुई है। पिछ्ले 5 वर्षों से हर बार यही कहा जाता है कि इस बार गौरी मंदिर बन कर तैयार हो जायेगा लेकिन वह सपना ही बन कर रह गया है। हालांकि आनन-फानन में आज से रंगाई का काम शुरू करने की तैयारी हो गई है। मालुम हो मेला के लिए हुई बैठक की मानें तो बैठक में बिजली, पानी एंव साफ सफाई की अचुक व्यवस्था की बात कही गई थी। मेला क्षेत्र में 80 चापाकल तथा 50 अस्थाई शौचालय तथा स्नान घर के निर्माण की बात भी कही गई है। उसमें भी रविवार से कछुआ की गति से काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि रविवार को 4 बजे विधि व्यवस्था को लेकर डीएम विजय प्रकाश मीणा की एक बैठक मंदिर प्रांगण में होनी थी। जो रविवार को स्थगित कर सोमवार को सुबह 9.45 बजे कर दिया गया है। उसके बाद कार्यों में तेजी आने की संभावना है। 

मेला रसीद कटाने के लिए दुकानदार में मची होड़।

न्यास के द्वारा मेला दुकानदारों को 23 और 24 का रशीद कटाने के लिए मेंकिंग किया जा रहा है। मैकिंग में बताया की कोई भी दुकानदार बिना मेला संवेदक के आदेश के दुकान नही लगावें तथा 23 और 24 दोनों वर्ष का रसीद दिखा कर ही अपना स्थान सुरक्षित करें। अन्यथा सोमवार को दुकान को सील कर दिया जाएगा। साथ ही न्यास समिति  का बकाया भी जमा करने का निर्देश दिया गया। हालांकि मैकिंग के बाद शाम को रसीद कटाने दुकानदारों के पहुंचने का  सिलसिला शुरू हो गया। कई दुकानदारों ने बकाया के साथ साथ नए साल का रसीद कटाया। 

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