कोशी तक/ उदाकिशुनगंज मधेपुरा
उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के लश्करी पंचायत के वार्ड नंबर 8 के वार्ड सदस्या भुखिया देवी के बेटे प्रमोद मेहरा को शुक्रवार के रात्रि गोली लगने के मामले में लीपापोती चल रही है। घटना के दो दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है वह अभी भी शिकायत आवेदन के इंतजार में है। मामले में थाना अध्यक्ष राघव शरण का कहना है कि अब तक घटना में किसी तरह का शिकायत आवेदन नहीं आया है जिसके वजह से किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। जिनको गोली लगी है वह अभी भी इलाज रात है बताया जा रहा है कि को मुंह में गोली लगने के वजह से वह कुछ बोल नहीं पा रहा है। सहरसा की किसी निजी नर्सिंग होम में इलाज कराया जा रहा है बताया जा रहा है की गोली उसके मुंह पर होंठ के पास लगी और गोली दांत के जबरे में जाकर फंस गया था जिसे डॉक्टर के द्वारा गोली निकाल दी गई है। फिलहाल वह खतरे से बाहर बताई जा रहा है। लेकिन यह गोली कांड अभी भी रहस्यमय बनी हुए है। गांव और शहर में तरह-तरह के चर्चाओं का दौर जारी है। मामले में लोग मीडिया के सामने अपना मुंह खोलने से परहेज कर रहे हैं। लेकिन लोग दबी जुबान में चर्चा कर रहे हैं की तीनो मेला देखने जाने वाले थे और उससे पहले पार्टी चल रहा था। पार्टी के दौरान ही हथियार के साथ छेड़खानी करने में तीन में से ही किसी के हाथ से गोली चली और गोली प्रमोद मेहरा के होंठ और जबरे में लग गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जबकि पंसस प्रतिनिधि नकुल देव राय का कहना है कि बलिया कृषि मेला देखने जा रहे थे मिथुन कुमार बाइक चला रहा था प्रमोद मेहरा बीच में बैठे हुए थे और हम पीछे बैठे हुए थे कि अचानक अज्ञात अपराधियों के द्वारा रास्ते में गोली चला दी गई जो प्रमोद मेहरा के मुंह पर जाकर लगी फिर हम लोग प्रमोद मेहरा को अस्पताल ले गए। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी करीब 9 माह पहले मेरे ऊपर लश्करी ड्रैनेज के पास अपराधियों के द्वारा मुझ पर गोली चलाई गई थी जिसमें हम बाल बाल बचे थे। पंसस प्रतिनिधि नकुल देव राय का यह कहानी बिल्कुल मनगढ़ंत लग रहा है क्योंकि ड्रैनेज पर गोली चलाने की कहीं भी कोई शिकायत नहीं की गई है। इससे साफ स्पष्ट होता है की इन लोगों पर किसी ने गोली चलाया नहीं इन लोगों के द्वारा ही गोली चलाई गई है। मिली जानकारी अनुसार क्षेत्र के बड़े-बड़े सफेदपोश लोग इस घटना को मैनेज करने में लगा हुआ है। जबकि चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर रुपेश कुमार का कहना है उन्हें गोली लगी हुई थी और गोली जबरे में फंसा हुआ था उसे प्राथमिक उपचार करने के बाद यहां से मधेपुरा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। बहरहाल मामले में मैनेज का ड्रामा चल रहा है अगर मामले की निष्पक्षता से जांच हो तो दोषी सामने आ जाएगा।