एक शाम भूपेंद्र बाबू के नाम कवि सम्मेलन में कविता से सामाजिक,राजनीतिक व्यवस्था हुई रेखांकित

Dr.I C Bhagat
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कवि सम्मेलन में अपनी कविता प्रस्तुत करते कवि 


 कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा


सिंहेश्वर प्रखंड के कतराहा में आयोजित भुपेंद्र नारायण मंडल जयंती के मुख्य कार्यक्रम में एक शाम भूपेंद्र बाबू के नाम कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें नामचीन कवियों ने भूपेंद्र बाबू को नमन करने के उपरांत प्रस्तुतियों द्वारा वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक व्यवस्था के साथ मानव मूल्यों को मानों रेखांकित करने का काम किया। कवि सम्मेलन में कवियों द्वारा विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधियों को भी प्रस्तुत किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत चर्चित व्यंग्यकार कवि शंभू शरण भारतीय की वर्तमान दौर पर चोट करती प्रस्तुति से हुई। शंभू शरण भारतीय ने काव्य प्रस्तुति करते हुए वर्तमान राजनीति में नेताओं की घिनौनी चाल से आगाह करते हुए कहा कि बासी कढ़ी के उबाल से बचिए, सियासी सरदारों के सड़े गले ख्याल से बचिए वहीं वर्तमान दौर को लपेटे में लेते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी, अपराधी नेताओं का गठजोड़ हुआ, सड़क से लेकर संसद तक सबका गठजोड़ हुआ। चर्चित साहित्यकार प्रो. सिद्धेश्वर काश्यप ने भारत की अनेकता में एकता की पहचान पर प्रस्तुति देते हुए कहा कि बना कर दिलों को मुहब्बत की मंदिर जलाकर हम सदाकत की आरती हैं, हमें जात मजहब नहीं है मतलब जो भारत में रहते हैं सब भारती हैं। उनकी इस प्रस्तुति ने पूरे प्रशाल की वाहवाही बटोरी वहीं कदम कदम पर यहां लुटेरों का डेरा है, जरा चिराग जलाओ यहां बड़ा अंधेरा है की प्रस्तुति कर वर्तमान माहौल पर चिंता जताते बदलाव की पहल की मानों अपील कर दी। स्थापित कवि सियाराम यादव मयंक ने जीवन मूल्यों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जिंदगी और खाक जिसका मौत ही अंजाम है। जिंदगी के बाद जीना जिंदगी का नाम है। जीवन संघर्ष को बताती रचना में उन्होंने कहा कि जो नहीं विचलित हुआ बाधा को देख मयंक, वादियों के पत्थर पर फूल बनकर खिलता रहा। कवि मनि भूषण वर्मा ने जीवन पथ को रेखांकित करते हुए कहा कि जीवन के पथ पर शोषण सम पाते अपमान, शपथ से दूर खड़ा अपमान। कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए युवा साहित्यकार हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने आरोप प्रत्यारोप के बजाय सबके सलामती की वकालत करते हुए कहा कि शिकवा न शिकायत न कोई गिला करते हैं, सब सलामत रहें यही रब से दुवा करते हैं। कवि सम्मेलन के मौके पर एक नीजी स्कूल की छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। भूपेंद्र विचार मंच के अध्यक्ष पूर्व प्रति कुलपति प्रो. केके मंडल की अध्यक्षता में आयोजित कवि सम्मेलन व कार्यक्रम के बाद धन्यवाद ज्ञापन विचार मंच के कोषाध्यक्ष डा. आलोक कुमार ने करते हुए कहा कि सबके सहयोग से यह आयोजन वर्षों से अटूट रूपेण संचालित हो रहा है। सभी वर्गों को उचित सम्मान मिले और भूपेंद्र बाबू का विचार आम जन तक पहुंचे यही प्रयास जारी है। कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी साहित्यकार कवियों का विचार मंच के सचिव परमेश्वरी यादव और आयोजन के स्वागताध्यक्ष पूर्व प्रधानाचार्य तेज प्रताप सिंह ने आभार जताया

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