कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा
सिंहेश्वर प्रखंड स्थित बीपीएमसीई मे बिहार स्टार्टअप के तहत स्टार्टअप आउट रीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ का प्राचार्य प्रो. अरविंद कुमार अमर, प्रो. मुरलीधर प्रसाद सिंह, डा. अजय गिरी, मो. सदीक आजमी, हर्षवर्धन लाल, प्रोजेक्ट मैनेजर रोहन कुमार, मनीष कुमार रंजन, दयानंद कुमार मेहता, सुजीत कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री कुमार ने बताया कि संस्थान का स्टार्ट अप सेल समय-समय पर छात्र-छात्राओं के लिए रोजगार संबंधित कार्यक्रम को आयोजित करता है। इससे विद्यार्थियों में नवीन विचारों को सृजन कर नए रोजगार तलाशने का अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम के मध्य में विद्यालय में बीटेक कर रहे छात्र-छात्राओं हेतु रोजगार के पद को सृजित करने की क्षमता उत्पन्न कर सकते हैं। फैकल्टी इंचार्ज स्टार्टअप सेल ने कहा की स्टार्टअप आउटरेज प्रोग्राम का आयोजन विद्यालय में अध्यनरत बीटेक छात्राओं में स्वरोजगार सुरक्षित करने की क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य रखा गया है। संस्थान के छात्रों के अलावा मधेपुरा जिले के सभी छात्र-छात्राओं एवं उन उद्यमियों को स्टार्टअप आउटरेज कार्यक्रम के तहत सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। प्रोफेसर श्री सिंह ने बताया इस तरह का कार्यक्रम मधेपुरा जिले के सुदूर इलाकों में भी किया जाना है। जिससे स्टार्टअप जागरूकता अभियान से जिले के सभी वर्गों को लाभ मिल सके। होप मैकेनिक इंजीनियरिंग ने बताया इस कार्यक्रम के माध्यम से स्वरोजगार सर्जन होने पर छात्रों को अपनी उज्जवल भविष्य की चिंता नहीं होगी स्टार्टअप सेल कोऑर्डिनेटर ने बताया कि स्टार्टअप सेल महाविद्यालय के समय-समय पर प्रोग्राम आयोजित कर छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप के बुनियादी सूचना एवं सरकार के विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया जाता है और बदलते समय में नवाचार के माध्यम से नई समस्याओं एवं उनके समाधान को आगे लाया जा सकता है। युवाओं के माध्यम से समाज के विकास उनके ही बेरोजगारी की समस्या का समाधान देने वाला बनेगा। बीएमसी मधेपुरा से शिक्षा प्राप्त कर खुद का स्टार्टअप कंपनी की शुरुआत करने वाले दयानंद मेहता के द्वारा इस उद्देश्य के साथ अपनी शुरुआत की बिहार और अलग-अलग राज्यों के बच्चों के लिए अब कोई भाषा उनके सफलताओं की रुकावट नहीं बनेगी। क्योंकि स्किल दर्पण वर्ना कुलर भाषा में सभी बच्चों को इस तरह का स्केल सीखने में सहायक बनेगी। जिससे ग्रहण करके अपने जीवन में हर तरह के कला से परिपूर्ण हो। बीएमसी मधेपुरा से शिक्षा प्राप्त करने वाले संजीत गुप्ता के द्वारा इस उद्देश्य के साथ विशेष रूप से अपने बिहार के उद्यमियों को समर्थन और संसाधन प्रदान करने का संकल्प लिया। जिसे उन्होंने अपने स्टार्टअप के सपने को वास्तविकता में बदलने की शक्ति मिले।