कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा
कार्य प्रारंभ होने से निर्माण होने तक घटिया निर्माण को लेकर विवाद में रहा सिंहेश्वर प्रखंड के कमरगामा पंचायत के बडहरी में बना अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य की जांच के लिए सीएचसी सिंहेश्वर से चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविंद्र कुमार के नेतृत्व में बीएचएम नवनीत चंद्रा, तत्कालीन बीएचएम पियूष वर्धन, और जेई चंदा रानी ने एपीएचसी की जांच की तो घटिया सामग्री इस्तेमाल की परत खुलती चली गई। इस दौरान लगभग 18 से ज्यादा जगह निर्माण में कमी पाई गई। जो बढ़कर 25 तक पहुंच गया है। बिल्डिंग में कई जगह स्क्रैच पाया गया, तथा आउटर वॉल में क्रेंप पाया गया। बीम के नीचे का भाग क्रैक है। टंकी में पहले से गंदा पानी भरा पड़ा है। उसमें ईट पथ्थल और खाली बोतल पड़ा हुआ है। बिजली का वायर बाहर से लगाया गया है। सोखता का सेंटरीग भी नही हटाया गया है। नाली का कार्य जगह जगह टुटा हुआ है। एपीएचसी के छत में सरैया भी नहीं किया गया है। छत ढलाई में लोकल बालु का उपयोग किया गया है। इस्तेमाल किए गए सीमेंट मानक के अनुसार नहीं था। पानी में गंदगी पाया गया जिसमें आयरण कटर नही लगा हुआ है। एपीएचसी में लगा सभी दरवाजा घटिया किश्म का लगा हुआ है। दीवाल में कई जगह क्रैकिंग है। स्टोर का दीवाल तीन भाग से क्रैक है। और तो और दीवाल में लगा वॉल पेंट घटिया किश्म का इस्तेमाल किया गया है।
पंसस ने नकली सीमेंट लगाने का लगाया था आरोप।
एपीएचसी बडहरी में निर्माण शुरू होने के समय ही स्थानीय लोगों के आग्रह पर पंसस मनीष कुमार ने एपीएचसी के निमार्ण की जांच की थी। और घटिया सीमेंट और घटिया ईट को लेकर शिकायत पर प्रमुख इस्तियाक आलम ने घटनास्थल पर पहुंच कर जब घटिया सीमेंट को तो निर्माण करा रही कंपनी ने बदल दिया था। लेकिन निमार्ण में ईट, छड़, और लोकल बालु की शिकायत बराबर होती रही। पंचायत समिति सदस्य मनीष कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में छत ढलाई के दौरान लोकल बालू, घटिया सीमेंट का इस्तेमाल किया गया इस कारण छत की मजबूती पर भी संदेह है। छत की ढलाई के बाद छत का सरैया भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा निर्माण कार्य के प्रारंभ से लेकर समापन तक कई बार विभाग को शिकायत भी किया। लेकिन किसी ने इसकी सुधि नहीं ली। अब जबकि निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है और अधिकारी जांच करने आ रहे हैं। तो मामला खुलकर सामने आ रहा है। मालुम हो की इस काम को बिहार चिकित्सा सेवा व आधारभूत संरचना निगम पटना द्वारा बनाया गया है। संवेदक मेसर्स एनएनटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड कंकड़बाग पटना है। जिसकी कथित प्रशासकिय स्वीकृत राशी एक करोड़ 20 लाख रुपया है। जबकी सुत्र बताते हैं यह राशि 1 करोड़ 87 लाख है।
गांव में है निर्माण एजेंसी के प्रति आक्रोश।
बडहरी में बनाया गया अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में कई तरह के कमियों का आरोप लगाया जा रहा है। और लगातार अधिकारी द्वारा इसे अनदेखा करने के कारण पूरे गांव में उक्त एजेंसी के प्रति ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। दीवार में भी सहित कई जगह क्रेन पाया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर बुधवार की शाम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान कई कमी पाई गई। वही मुखिया जय कृष्ण शर्मा ने पदाधिकारी को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जांचकर निर्माण में दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। मुखिया श्री शर्मा ने कहा उद्घाटन से पहले कई शीशे तक टूट चुके हैं। कब इसका छत कब गिर जायेगा पता ही नही। एमओआईसी से शिकायत करते ग्रामीण और जनप्रतिनिधि
चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविंद्र कुमार ने कहा की अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी कमरों में दीवार में क्रैकिंग पाया गया है। साथ ही छत की मजबूती पर संदेह है। यदि समय रहते ठीक नहीं किया गया तो भविष्य में अनहोनी हो सकती है।
मौके पर विभाग के जेईई मंटु कुमार, सरपंच योगानंद भारती, उप मुखिया बद्री मंडल, भुपेंद्र महतो, सिंटू कुमार, विवेक कुमार, उमेश पंडित सहित कई लोग मौजूद थे।