सिंहेश्वर मधेपुरा
सार्वजनिक दुर्गा पूजा और सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के दुर्गा मंदिर से मां अम्बे को लाने के लिए मैया की पालकी के साथ श्रृद्धालुओं का हुजूम सुबह 9 बजे सार्वजनिक दुर्गा मंदिर से निमंत्रिण बेल के वृक्ष के लिए निकली। शनिवार को 9 बजे सुबह सार्वजनिक दुर्गा मंदिर से भारी संख्या में श्रृद्धालुओं की टोली मैया के पालकी के साथ ढोल, बाजे, नगाड़े के साथ नाचते गाते पुलिस लाइन सिंहेश्वर पहुंची। वहा स्थित बेल के पेड़ पर उस जुड़वां बेल को जिसे कल विधिवत निमंत्रण दिया गया था। जिसका विधिवत पूजन कर मैया को निमंत्रण दिया था। आज जब मैया को लाने के लिए सार्वजनिक दुर्गा पूजा मंदिर से पालकी निकली तो उसमें शामिल होने के हजारों की संख्या में पुरूष और महिलाओं का हुजूम मैया के बुलावे में शामिल था। मैया की पालकी जब वहा से निकली तो उसके एक झलक पाने के लिए श्रृद्धालुओ में होड लगी रहीं। बच्चें, बुढ़े और जवान सभी में मैया के बेल तोड़ी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए होड मची रही। मैया की पालकी वहा से पुलिस लाइन पहुच कर विधिवत पुजन और मैया के प्रतिक को डोली में लेकर चली। तो यह काफिला सिंहेश्वर बाजार होते पेट्रोल पंप से महावीर चौक होते हुए बाबा मंदिर के बाद दुर्गा स्थान पहुंची। जहा उसका विधिवत पुजन और आरती हुआ। लेकिन मैया का पट रात में निशा पुजा के बाद ही खोला जाएगा। इस बाबत अध्यक्ष विशंभर स्वर्णकार ने बताया कि निशा पुजा में लगभग 4 हजार मैया का भक्त शामिल होंगे। जहा अष्टमी और नवमीं को लगभग 10 हजार महिलाए मैया का खौंचा भी भरेगी। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने अपने कार्यकर्ताओं को बैच लगाकर सजग और सतर्क रहने के लिए कहा ।
मैया के आगमन यात्रा में शामिल भक्त
मौके पर दिनेश यादव, पवन भगत, दिलिप खंडेलवाल, अरूण भगत, अशोक भगत -3, मनोज भगत, किष्णु शर्मा, लेखराज कुमार, हरिओम चौधरी, दिनेश शर्मा, गजेंद्र यादव, शंकर चौधरी, राम कुमार भगत, मनोज कुमार भगत, इंद्रदेव स्वर्णकार, दयानंद चौधरी, कोषाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, विनोद यादव, बादल भगत, सुरेश भगत, भुमी राम, अशोक तिवारी सहीत हजारों महिला और पुरूष श्रृद्धालु शामिल थे।