उदाकिशुनगंज मधेपुरा
राजेश कुमार की रिपोर्ट
जलजमाव की समस्या उदाकिशुनगंज नगर वासियों के लिए नासूर बन चुकी है। करीब एक सप्ताह से कड़ी धूप निकल रही है। बावजूद मुख्य बाजार के सड़कों, बाईपास सड़कों एवम मोहल्लों से जल निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से समस्या बनी हुई है। करीब तीन माह से जमा इस पानी के सड़न की गंध से लोगों का शहरों में चलना और मोहल्लों में रहना दुश्वार हो रहा है। इधर नगर परिषद द्वारा अब तक न तो जलजमाव से निजात के लिए ही कोई विशेष पहल की गई है। और नहीं इन इलाकों में दवा का ही छिड़काव किया गया है। जिससे मच्छरों के प्रकोप के बढ़ने से लोगों में डेंगू जैसी भयानक बीमारी अपना पांव पसार रही है। तो वही महामारी की आशंका बनी हुई है। नगर के अधिकतर मोहल्लों में नाला धराशाई है। मुख्य बाजार व दुर्गा स्थान से एसबीआई बैंक की ओर जाने वाली पक्की सड़क पर सालों भर पानी जमा रहती है। बारिश की पानी तो लगती ही है लोग अपने-अपने घरों का गंदा पानी भी सड़क पर ही बहाया करते हैं। सड़क के दोनो तरफ कचरा का जमाव रहता है। इधर मुख्य बाजार के बाय पास रोड दास पट्टी से लेकर पंचायत भवन रोड के बीचोबीच बना नाला कई सालों से धराशाई है। कई वाहन उसमें गिरकर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। कहीं-कहीं नाला का निर्माण भी किया जाता है। तो नाला के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाता है। जिससे वह शीघ्र ही धराशाई हो जाता है। वही बाजार वासियों का दबी जुबान से कहना है कि नगर प्रशासन के द्वारा जानबूझकर शहर में नाला निर्माण का कार्य नहीं कराया जा रहा है। ताकि पानी निकासी और साफ सफाई के नाम पर लूट मचाया जा सके।
जल निकासी को लेकर नगर परिषद करे कार्रवाई।
व्यवसाई संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि जलजमाव नगर का एक बड़ा समस्या है। आये दिन इसके कारण लोग व वाहनों के आवागमन में परेशानी हो रही है। इससे नगर का व्यवसाय भी प्रभावित होता है। जलजमाव से व्यवसाय प्रभावित है। हल्की बारिश में भी बाजार में कीचड़ व जलजमाव हो रहा है। जिसके चलते दुकान पर रहना मुश्किल होता है। व्यवसाई अपने अपने दुकान पर ग्राहक के आने के लिए कहीं मिट्टी भरवा रहे हैं तो कहीं ईट डलवा रहे हैं तो कहीं बांस का चचरी बनवा रहे हैं। वहीं ग्राहकों को कीचड़ युक्त पानी में अपने-अपने वाहन खड़ी खड़ी करनी पड़ती है। नप को इसके लिए विशेष पहल करने की जरूरत है।
स्थानीय कपड़ा व्यवसाय विनय गुप्ता, मनपसंद कपड़ विक्रेता दीपक कुमार छोटू , आम्रपाली स्वीट्स कॉर्नर भोला साह, सुमन कुमार मंडल, कुंदन दास, मो जब्बार, साकिर हसन आदि ने कहा कि नगर प्रशासन को नाला निर्माण के लिए पहल करने की जरूरत है। इसमें नगर प्रशासन के उदासीनता के कारण ही मोहल्लों से लेकर मुख्य सड़क तक जलजमाव होता है। इसका सबसे बड़ा मुख्य कारण यह है कि उदाकिशुनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी एवं वार्ड पार्षदों के बीच आपसी तालमेल नहीं है। इन लोगों में आपसी तालमेल नहीं रहने के कारण उदाकिशुनगंज नगर परिषद का विकास कार्य बाधित रहता है। उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि जांनसन दास ने बताया कि इसके लिए नगर के गठन के बाद से ही मुख्य बाजार में नाला निर्माण कराए जाने को लेकर उपमुख्य पार्षद मिंकी कुमारी के द्वारा तमाम बैठक में आवाज़ उठाई जा रही है। मुख्य बाजार के लोग भी नाला निर्माण कराए जाने को लेकर संघर्षशील हैं। बावजूद अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रही है। लाखों के लागत से नगर परिषद कार्यालय परिसर में हर्बल पार्क बनाया जा रहा है। लेकिन नाला निर्माण के लिए नगर परिषद के पास राशि नहीं है। नगर प्रशासन के लापरवाही का नतीजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ने इस बाबत बताया कि नाला निर्माण में सबसे बड़ी बाधा सड़क अतिक्रमण है। इसके लिए अंचलाधिकारी को कई बार मापी के लिए कहा गया है। कुछ दबंग व्यक्तियों के द्वारा अतिक्रमण खाली नहीं किया जा रहा है जिसके चलते भी नाला निर्माण का कार्य अवरुद्ध पड़ा है। दूसरी वजह यह है की नाला का लंबाई बहुत अधिक है जिसके चलते राशि भी कम पड़ जाती है। इसको पार्ट वाइज बनाने का निर्णय लिया जा रहा है। जल्द ही मुख्य बाजार में नाला निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया।
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