ओपी अध्यक्ष ज्ञानानंद अमरेंद्र को लोगों ने फुल माला से लाद दिया। हुआ भव्य स्वागत।
पतरघट सहरसा।
रंजन कुमार की रिपोर्ट
पतरघट प्रखंड सभागार में स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी ज्ञानानंद अमरेन्द्र को फूल माला गुलदस्ता अंग वस्त्र के साथ विदाई दी गई। ज्ञानेन्द्र अमरेंद्र को समारोह आयोजित कर विदा किया गया। इस बाबत प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष रमेशचंद्र राणा ने समारोह की अध्यक्षता करते कहा कि सेवा में तबादला एक प्रक्रिया है। भले ही ज्ञानानंद अमरेन्द्र ओपी अध्यक्ष के पद पर थे। लेकिन इनका दो वर्ष सात माह का कार्यकाल अपराधिक घटना की उद्भेदन व विधी व्यवस्था बनाये रखने के लिए मिशाल रहे हैं। अन्य वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से इनका कार्यकाल रहा है। वह ऐतिहासिक कार्यकाल माना जाएगा। 2 वर्ष 7 माह की अवधि में जो यह यहां पर सेवा दिए वैसा सेवा यहां की जनता को पहले कभी नहीं मिली। 1994 से लेकर अभी किसी पुलिस पदाधिकारी का ऐतिहासिक विदाई समारोह पतरघट में नहीं देखा गया। स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी ज्ञानानंद अमरेन्द्र ने बताया कि सरकारी कार्य में पोस्टिंग ट्रांसफर होते रहते हैं। लेकिन यहां की जनता हमेशा मेरे दिल में रहेंगे। हमेशा यहां की लोगों से एक अच्छा संदेश मिला जिस तरह का प्यार यहां के लोग ने 2 वर्ष 7 माह में दिया। वह भूलने लायक नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि हमेशा समाज को चाहिए पुलिस की सहायता करें। अगर समाज पुलिस की सहायता करते हैं तो समाज के बीच अराजकता नहीं फैलेगी। और हमेशा शांति व्यवस्था कायम रहेगी। मौके पर उपस्थित पुलिस पदाधिकारी सत्येंद्र सिंह, अनिरुद्ध यादव, शशिधर सिंह ने उनके कार्यालय को सराहनीय बताते हुए उज्वल भविष्य की कामना किया। ओपी अध्यक्ष ज्ञानानंद अमरेन्द्र ने अपनी उपलब्धि में इन पदाधिकारियों का सहयोग अपेक्षित रहने की बात कहते हुए उज्वल भवष्यि की कामना किया। मौके जदयू राजकुमार साह, भिखा पासवान, सरपंच विशुनदेव यादव, शबीर आलम, रामनाथ मंडल, मुखिया प्रतिनिधि कुंवर रंजीत सिंह, सोनू यादव, मुखिया विनोद कुमार पप्पू, मंटू यादव, सुमेश्वर यादव, जिप सदस्य मिथिलेश राणा, पूर्व जिप सदस्य रविंद्र यादव, चंद किशोर यादव, विद्यानंद दास, पिंटू यादव, अंजनी सिंह अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
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