डीएम तरनजोत सिंह को पौधा देकर सम्मानित करते सदस्य
डीडीसी अनील बसाख को सम्मानित करते सदस्या
कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा:- सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति की पहली और महत्वपूर्ण बैठक न्यास कार्यालय सिंहेश्वर में डीएम सह सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष तरनजोत सिंह की अध्यक्षता में हुई। जिसमें आगामी श्रावणी मेला के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इनमें धार्मिक प्रवचन के लिए उच्च कोटी के प्रवचन कर्ता बुलाने, मंदिर परिसर और प्रांगण को बिजली से सजाने, वाटर प्रूफ पंडाल और प्रकाश व्यवस्था करने जैसे कार्य शामिल हैं।
मुख्य निर्णय:
- कोषाध्यक्ष का चुनाव: 8 सदस्यों में विजय सिंह के विरोध के बाद भी दिलीप खंडेलवाल को कोषाध्यक्ष चुन लिया गया।
- धार्मिक प्रवचन: श्रावण मास में मंदिर प्रांगण में धार्मिक प्रवचन के लिए उच्च कोटी के प्रवचन कर्ता बुलाए जाएंगे।
- सजावट: मंदिर परिसर, प्रांगण, शिवगंगा पोखर और गेट को बिजली से भव्य ढंग से सजाया जाएगा।
- कांवरिया विश्राम: कांवरियों के लिए 9 चिन्हित स्थलों पर पंडाल और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
- सीसीटीवी और वीडियो ग्राफी: मंदिर परिसर, नारियल विकास बोर्ड, दुर्गा चौक और शिवगंगा पोखर पर सीसीटीवी कैमरा और वीडियो ग्राफी की व्यवस्था की जाएगी।
अन्य व्यवस्थाएं:
- पेयजल और शौचालय: अस्थायी शौचालय और चापाकल की व्यवस्था की जाएगी।
- बेरिकेटिंग और सुरक्षा: शिवगंगा पोखर में अस्थायी बेरिकेटिंग और बाबा मंदिर के आंतरिक भाग में लोहा का बेरिकेटिंग/रेलिंग एवं ड्रोप गेट लगाया जाएगा।
निंबू पानी का शिविर बंद: बैठक में 15 लाख का निबुं पानी खासा चर्चा में रहने के कारण इस बार निबू पानी का शिविर नही लगाने का निर्णय लिया गया।
अन्य
प्रबंधक पर चर्चा: सिंहेश्वर मंदिर में न्यास के प्रबंधक पद उप समाहर्ता मधेपुरा संतोष कुमार के जिम्मे है। जिसे बैठक में नए प्रबंधक का विज्ञापन निकालने और तत्काल प्रबंधक का दायित्व बीडीओ सिंहेश्वर को देने पर विचार करना था। जिस पर कोई विचार नही हुआ।
भोग राग पर विचार:- कई महिने से बाबा के भोग राग का भुगतान नही हो सका है। बैठक में कोषाध्यक्ष चयन हो गया। पर्षद अनुमति सभी का भुगतान हो जायेगा।
- शिवगंगा आरती पर शुल्क तय करने का प्रस्ताव: सदस्य संजीव ठाकुर ने श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन और तापस पंडा समाज के द्वारा हर रविवार को होने वाले आरती पर शुल्क तय करने का प्रस्ताव रखा।
- प्रस्ताव खारिज: डीएम तरनजोत सिंह ने इस प्रस्ताव को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा आरती करने से नही रोका जा सकता है। ना ही उस पर शुल्क लगाया जा सकता है। वह श्रद्धा की बात है।
बैठक के बाद डीएम तरनजोत सिंह, डीडीसी अनील बसाख ने सदस्यों द्वारा सम्मानित किए फलदार पौधे को न्याय कार्यालय परिसर में लगाया।
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