सिंहेश्वर मधेपुरा
थाना क्षेत्र के जजहट सबैला पंचायत में जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज के सामने चल रहे एक निजी अस्पताल में बुधवार के देर शाम एक मरीज कि मौत पर आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। इस दौरान लगभग 6 घंटे एनएच 106 को जाम कर दिया। मृतक शंकरपुर प्रखंड के मौरा कवियाही जयपुरा वार्ड 1 निवासी 55 वर्षीय प्रभाष यादव के भतिजा अनिल कुमार ने पाटलिपुत्रा अस्पताल पर आरोप लगाते कहा कि मंगलवार को सुबह मरीज को इलाज के लिए यहां लाया गया जहां सभी तरह के जांच के बाद दुसरे दिन बुधवार को सुबह 11 बजे उनके गोल ब्लाडर का आपरेशन हुआ। तब तक सबकुछ ठीक ठाक रहा। अचानक बुधवार को ही दिन में 3 घंटे बाद अस्पताल के कर्मचारी ने कहा कि मरीज कि हालत ठीक नहीं है। उसे इलाज के लिए भेन्टीलेटर वाले एम्बुलेंस से बाहर ले जाए। उस वक्त भी जांच के लिए रुपए कि मांग कि गई। परिजनों ने मरीज को दिखाने कि बात अस्पताल कर्मियों से कहीं तो उन्होंने मना कर दिया। इसीजी रिपोर्ट की मांग की पर नही मिलने पर परिजनों को शंका हुई। काफी कोशिश के बाद भी अस्पताल प्रशासन मरीज को दिखाने को वह तैयार नहीं हुआ। मृतक के भतिजा ने कहा अगर सांस चल रही है तो बाहर ले जा सकते हैं। अगर मौत हो गई है। तो स्थिति स्पष्ट रूप से बताए। शाम 6 बजे उसके मौत की बात स्वीकार की। उसके बाद परिजनों के द्वारा अस्पताल और डाक्टर के खिलाफ भी कई आरोप लगाए गए। वही मौत कि खबर सुनकर बुधवार के देर शाम से ही मृतक के परिजन और ग्रामीणों का जमावड़ा अस्पताल के आसपास जुटने लगा। वही आक्रोशित लोगों ने डीएम को बुलाने कि मांग करते हुए चिकित्सक पर कारवाई की करते रहे। परिजन और ग्रामीणों ने इस दौरान एनएच 106 को बांस और टायर जलाकर लगभग छह घंटे जाम कर प्रदर्शन किया। जाम के कारण एनएच 106 पर वाहनों कि लंबी कतार लग गई। पदाधिकारी घटना स्थल पर परिजनों को समझाते हुए आवेदन देने कि बात करते हुए। जाम को समाप्त करवाया। लाश को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेंज दिया।
इस बाबत पाटलिपुत्रा अस्पताल के चिकित्सक डा. संतोष कुमार ने परिजनों का आरोप गलत और बेबुनियाद है। मरीज की स्थिति पहले से ही गंभीर थी। जिसकी जानकारी परिजनों को पहले ही दे दिया गया था।