हरिजन एक्ट में फसाने की देते हैं धमकी।
सिंहेश्वर मधेपुरा
पावर ग्रिड सिंहेश्वर में जेई के द्वारा आरआरएफ को लगातार अपशब्द कहने के कारण सभी आरआरएफ ने जेई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। क्षेत्र के लगभग सभी आरआरएफ ने जेईई के अपशब्द और हरीजन एक्ट में फसाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस बाबत आरआरएफ ने बताया कि जेईई साहब के द्वारा मीटर संबंधी एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान सभी से बिल संबंधी पूछताछ की जाने लगा। जेईई के द्वारा पूछा गया कि सभी के क्षेत्र में अनपेड कंज्यूमर से कितनी रशिद कटी है। जिसपर बताया गया कि बीस प्रतिशत अनपेड कंज्यूमर से राजस्व वसूली हुई है। बाकी अनपेड कंज्यूमर पैसे देना नही चाहते है। जिसके बाद जेईई ने आरआरएफ को अपशब्द कहते हुए जातिसूचक शब्द कहना शुरू कर दिया। अपशब्द का विरोध करने पर किसी को नहीं छोड़ने की बात कह और भी अपशब्द कहने लगे। यह भी कहा कि सभी आरआरएफ को हरीजन एक्ट के केश कर फंसा देंगे। जिसके बाद सभी आरआरएफ ने मीटिंग छोड़ बाहर आ गए और जेईई का विरोध शुरू कर दिया। यह भी बताया कि अनपेड कंज्यूमर पैसे नही देना चाहते इसमें अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद ही राशि की वसूली हो सकती है। जेईई को वैसे कंज्यूमर के पास खुद जाने के लिए कहा गया। लेकिन वह कहीं जाना नही चाहते है। उन्होंने कहा कि कंज्यूमर के पास हम मार खाने जाए। आप लोग को ही वसूली करनी होगी। जिसके बाद घटना की जानकारी मिलने पर ग्रीड पहुंचे सिंहेश्वर विद्युत एसडीओ विजय कुमार को भी सभी आरआरएफ ने वस्तु स्थिति की जानकारी दी। मामला नही सुलझने पर सभी आरआरएफ मधेपुरा बिजली ऑफिस में कार्यपालक विद्युत अभियंता से भी शिकायत करने पहुंचे। और मोबाइल से सभी शिकायत बताई। मौके पर आरआरएफ विवेश कुमार, मिथलेश कुमार, रोहन कुमार, विनोद विश्वास, मनोज कुमार, मनीष कुमार, चंद्रमोहन कुमार, सुबोध कुमार, गण नायक कुमार, राजेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, शिवशंकर चौधरी सहित अन्य मौजूद थे।
इस बाबत जेईई कुणाल कुमार ने बताया कि आरआरएफ के द्वारा सही से कार्य नही किया जा रहा है। अधिकतर आरआरएफ का परफॉर्मेंस काफी खराब है। जिस वजह से उन सभी को ठीक से कार्य करने के लिए कहा गया। यह भी कहा गया कि अगर सही से कार्य नही करना है तो आरआरएफ के कार्य को छोड़ दे। जिसके बाद लगभग सभी आरआरएफ मीटिंग छोड़ बाहर चले गए। और राजनीतिक के तहत विरोध कर रहे है। किसी के साथ अभद्र व्यवहार नही किया गया है।