किशोर न्याय परिषद की मासिक समन्वय समिति की बैठक आयोजित।

Dr.I C Bhagat
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बैठक में किशोर न्याय   परिषद के वादों के निष्पादन व पर्यवेक्षण गृह के बच्चों के हितकारी विषयों की समीक्षा।

 

सिंहेश्वर मधेपुरा।


मधेपुरा जिला सिंहेश्वर के  सुखासन के पर्यवेक्षण गृह स्थित किशोर न्याय परिषद सभागार में सोमवार को मासिक समन्वय समिति की एक बैठक में किशोर न्याय परिषद में चल रहे वादों के निष्पादन, पर्यवेक्षण गृह के बच्चों के सर्वोत्तम हितकारी विषयों की समीक्षा की गई। किशोर न्याय परिषद मधेपुरा के प्रधान दंडाधिकारी मनोज कुमार पाठक की अध्यक्षता व  सदस्य भगवान पाठक के संचालन में संचालित बैठक में विभिन्न मुद्दों पर निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय स्थापित हो, ताकि बच्चों का हित किसी भी स्तर पर प्रभावित न हो सके। प्रधान दंडाधिकारी ने डीएसपी मुख्यालय की उपस्थिति में थाना से आए थानाध्यक्ष, बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि हर हाल में यह सुनिश्चित हो कि बालकों के किशोर न्याय परिषद में उप स्थापना और एफआईआर के साथ-साथ एसबीआर देना सुनिश्चित करें। एसबीआर और एफआईआर समय से नही आने के कारण बच्चों का हित प्रभावित होता है।  सभी थानाध्यक्षों को निर्देश देते हुए कहा कि 10 दिनों के अंदर वैसे बच्चों का सामाजिक पृष्ठभूमि प्रतिवेदन किशोर न्याय परिषद में जमा करना सुनिश्चित करें। मंडल कारा मधेपुरा, उप मंडल कारा उदाकिशुनगंज को निर्देश दिया गया कि वरीय पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर किशोर व किशोर घोषित हो चुके बच्चों को तत्काल पर्यवेक्षण गृह में स्थानांतरित किया जाय। प्रधान दंडाधिकारी एवं सदस्य ने विल्डिंग विभाग से आए प्रतिनिधि को पर्यवेक्षण गृह से संबंधित समस्याओं को चिन्हित कर समाधान करें। पर्यवेक्षण गृह के व्यवस्था व पर्यवेक्षण गृह का वीडियो कांफ्रेंसिंग सिस्टम खराब है। इसके लिए सतीश कुमार अधीक्षक पर्यवेक्षण गृह को संबंधित विभाग से पत्राचार करने का निर्देश दिया। पर्यवेक्षण गृह के लोहा ग्रील के पास दोनो तल पर नीचे में सिमेंट से स्लोपिंग बनवाने का सुझाव दिया गया। आवासित किशोरों के नियमित अन्तराल पर उप स्थापन एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था कराने के लिए भी निदेशित किया गया। पर्यवेक्षण गृह मधेपुरा में कर्मियों के रिक्त का पदों के सम्बन्ध में बाल संरक्षण इकाई एवं निदेशालय से पत्रचार करने को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पढ़ने, खेलने एवं कौशल सीखने का अगर आभाव रहेगा तो ये बच्चे एकांकी हो जाएंगे। बच्चों के हित में पढ़ाई के साथ खेल जरूरी है। उम्र निर्धारण के समय गठित मेडिकल बोर्ड संबंधित विषयों पर भी ध्यान देने की बात कही।

बैठक में शामिल पुलिस पदाधिकारी 


बैठक में भाग नही लेने वाले अधिकारियों पर जेजेबी द्वारा शोकॉज निर्गत करने का कार्यालय को निर्देश दिया गया। बैठक में उपाधीक्षक मुख्यालय अमरकांत चौबे, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई  विजेता रंजन, जेल अधीक्षक मधेपुरा अमर कुमार, जेल अधीक्षक उप कारा राजीव कुमार, सहायक लोक अभियोजन पदाधिकारी मनीष कुमार, अधीक्षक सतीश कुमार, अधीक्षक नीरज कुमार, परिवीक्षा अधिकारी सहित विभिन्न थाना के थानाध्यक्ष एवम बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

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