दुर्गा पूजा पर मंदिर परिसर में भव्य डांडिया का आयोजन हुआ।

 

बाबा मंदिर परिसर में डांडिया का शानदार प्रदर्शन 



कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा :- बाबा नगरी सिंहेश्वर में सोमवार को दुर्गा पूजा में निशा पुजा के अवसर पर युवा संघ के द्वारा भव्य डांडिया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस डांडिया कार्यक्रम में स्थानीय बच्चियों ने डांडिया के साथ गजब का परफार्म किया। धुन, गीत, संगीत की ऐसी वारिस हुई। कि इस वारिस में हर श्रोता भींगते नजर आ रहे थे। चाहे डांडिया एकल डांस हो या सामुहिक डांस दर्शकों को उच्च स्तरीय कार्यक्रम देखने का अनुभव मिला। ऐसा लग ही नही रहा था ऐसी प्रतिभा हमारे घर आंगन में ही बिखरी पड़ी हैं। जरुरत है इसे संजोने की और हौसला को सातवें आसमान पर पहुंचाने की। लोगों ने भी खुले दिल से इस आयोजन की सराहना की। 

डांडिया गुजरात का लोक नृत्य है। 

भारत के गुजरात राज्य का एक लोक नृत्य है, जो मुख्य रूप से नवरात्रि के त्यौहार के दौरान किया जाता है। यह एक सामाजिक-धार्मिक नृत्य है जिसमें पुरुष और महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान पहनकर लकड़ी की छड़ियां (डांडिया) बजाते हुए समूह में नृत्य करते हैं। यह नृत्य शक्ति और देवी दुर्गा की आराधना का प्रतीक है। 

गरबा और डांडिया में अंतर 

गरबा की लय और ताल आमतौर मीडियम या धीमी होती है, जबकि इसके विपरीत डांडिया तेज और ज्यादा एनर्जेटिक होता है। गरबा भक्ति और जीवन चक्र का प्रतीक है, जबकि डांडिया देवी दुर्गा और महिषासुर अच्छाई बनाम बुराई के बीच हुए लड़ाई को दर्शाता है। कार्यक्रम का संचालन गौरव कुमार और शिवानी कुमारी ने किया। मौके पर युवा संघ अध्यक्ष पंकज भगत, दिलीप खंडेलवाल, हरेंद्र मंडल, रौशन ठाकुर, कुंदन भगत, रोहित कुमार, मनीष कुमार, हिमांशु कुमार, सोनु कुमार, मोहन भगत, अमृत राज सहित कई लोग मौजूद थे।

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