जुनियर चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा की बंद। इंटर्नशीप की राशि बढ़ाने को लेकर दिया था अल्टीमेटम।

जेएनकेटी के इंटर्न चिकित्सकों ने ओपीडी बंद कर किया हड़ताल 
इंटर्न चिकित्सक अपनी स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग पर दिया घरना 


कोशी तक/सिंहेश्वर मधेपुरा:- जेएनकेटी मेडिकल कालेज में पढाई कर रहे जुनियर चिकित्सकों ने जेएनकेटी मेडिकल कालेज का ओपीडी बंद कर दिया। अपनी इंटर्नशीप के फीस की राशि बढ़ाने को लेकर सरकार को दिया अल्टीमेटम दिया था। शनिवार को पीस फुल विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सरकार को मांग नही माने जाने पर मंगलवार से ओपीडी सेवा बाधित करने की बात कही थी। जिसके  बाद मंगलवार सुबह 8 बजे से ही इंटर्न चिकित्सकों ने जेएनकेटी की ओपीडी सेवा को बाधित कर दिया। जिसके बाद जेएनकेटी में सुबह से ही कतार में खड़े दुर दुर से आए मरीजों की परेशानी बढ गई। इंटर्न चिकित्सकों ने पुर्जा काटने पर भी बधित कर दिया। 

दिहाड़ी मजदूर से कम स्टाइपेंड 

इंटर्न चिकित्सकों का कहना है कि उन्हें वर्तमान में 20 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड मिलता है। 20 हजार रुपये प्रतिमाह की राशि प्रतिदिन करीब 600 रुपये के बराबर है, जो एक दिहाड़ी मजदूर की आय से भी कम है। चिकित्सकों ने कहा कि महंगाई के इस दौर में यह राशि काफी कम है। जिसे बढ़ाकर 40 हजार रुपये किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 12 से 16 घंटे तक ड्यूटी करते हैं। लोगों की दिन रात सेवा के बावजूद मौजूदा स्टाइपेंड बहुत ही कम है। 

3 साल पर इंटर्न और पीजी चिकित्सक बढाता है स्टाइपेंड।


चिकित्सकों ने याद दिलाया कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य संकल्प के अनुसार एमबीबीएस के बाद इंटर्न चिकित्सकों और पीजी स्टूडेंट्स दोनों का स्टाइपेंड हर तीन साल पर बढ़ाया जाना था। इसे 2017 में लागू भी किया गया, लेकिन 2021 में केवल पीजी स्टूडेंट्स का स्टाइपेंड बढ़ाया गया और इंटर्न चिकित्सकों की अनदेखी कर दी गई।

116 इंटर्न चिकित्सक के भरोसे मेडिकल कालेज।

जेएनकेटी के इंटर्न डा. जीतू कुमार ने बताया कि कालेज में वर्तमान में 116 इंटर्न चिकित्सक कार्यरत हैं। जिनके भरोसे ही मेडिकल कॉलेज का ओपीडी चलता है। इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। हड़ताल के कारण ओपीडी पुर्जा काउंटर भी बंद रहा।  जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उसके बाद इमरजेंसी पुर्जा काउंटर पर भीड़ उमड़ गई।

 मौके पर डा. जमन मुशर्रफ, डा. कुंदन कुमार गुप्ता, डा. विशाल भारती, डा. विशाल कुमार साहू, डा. दीपक गुप्ता, डा. नसीम अतरे, डा. पुष्पक कुमार, डा. अब्दुल कादिर, डा. अरविंद कुमार, डा. राहुल कुमार, डा. रोशन मेहता, डा. अमल श्री, डा. आनंद प्रकाश, डा. सत्यपाल, डा. सौरभ कुमार, डा. प्रियांशु कुमार, डा. विशाल भारती, डा. शबाना, डा. कुसुम कुमारी, डा. ज्योत्सना कुमारी, डा. पुष्पांकर कुमार, डा. शशि रोहित, डा. अक्षय सहित कई इंटर्न चिकित्सक मौजूद थे।

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