कोशी तक/ सिंहेश्वर:- सिंहेश्वर मधेपुरा के सरस्वती शिशु मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु दक्षिणा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान संघ के विजय प्रसाद टेकरीवाल ने कहा कि संघ की रीति-नीति के अनुसार वे किसी से भी चंदा, सदस्यता शुल्क या दान नहीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक भगवा ध्वज को गुरु के रूप में मानते हैं।
गुरु दक्षिणा का महत्व
- पूर्व विभाग संपर्क प्रमुख मनोज कुमार भगत ने कहा कि स्वयंसेवक साल भर तन-मन और समर्पण से संघ कार्य करते हैं।
- गुरु पूर्णिमा पर धन रूप में गुरु-दक्षिणा अर्पित करते हैं।
- स्वयंसेवक अपनी सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा भक्तिभाव से करते हैं।
संघ के खर्चे
- जिला मुख्य मार्ग प्रमुख संजीव कुमार भगत ने कहा कि एक संगठन के रूप में बहुत से खर्चे होते हैं।
- प्रचारकों, विस्तारको की देखरेख और आवागमन, अधिकारियों के प्रवास, कार्यालयों का किराया या उनके दैनंदिन खर्च, ये सब कुछ गुरु-दक्षिणा से ही चलता है।
कार्यक्रम की समाप्ति
- सावन की रिमझिम बारिश के कारण कम स्वयंसेवक के आने के कारण सभी के आग्रह पर गुरु दक्षिणा की एक और तिथि रखने का विचार किया गया।
- प्रार्थना के बाद कार्यक्रम की समाप्ति हुई।
- मौके पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य जय शंकर मिश्र, भाजपा नगर अध्यक्ष बिष्णु शर्मा, खंड कार्यवाह सोनु आजाद, मुख्य शिक्षक दिपांकर कुमार, संजीव पौदार, सत्य नारायण यादव, बिष्णु खंडेलवाल, रंजन कुमार, राज कुमार, शिव नंदन कुमार, अभिनंदन कुमार, विशाल कुमार व अन्य लोग मौजूद थे।
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