कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा:- सिंहेश्वर मधेपुरा में पीएचईडी विभाग की लापरवाही के कारण लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार से पीएचईडी के जल मीनार से पीने का पानी बंद है, जिससे सिंहेश्वर में हाहाकार मचा हुआ है।
मुख्य समस्याएं
- मोटर जलने की घटना: 15 दिन के अंदर मोटर दूसरी बार जलने की घटना से लोग काफी आहत हैं।
- नल जल योजना की विफलता: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हर घर नल जल योजना फेल हो गई है। नल का जल तो कहीं नहीं है।
- पीएचईडी विभाग की लापरवाही: पीएचईडी विभाग को कांटेक्टर के हवाले कर लोगों को प्यासे मारने की योजना बनाई गई है। पहले 25 एचपी का मोटर था, जो अब साढ़े 17 एचपी का हो गया है।
- पानी की निर्भरता: सिंहेश्वर निवासियों की पानी की निर्भरता सदियों से पीएचईडी के जल मीनार पर है। लेकिन अब पानी की समस्या बढ़ गई है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
- सचिदानंद चौधरी ने बताया कि पीएचईडी विभाग में जब से कांटेक्ट पर काम होने लगा तो मोटर जलने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
- मनोज चौधरी ने बताया कि नगर पंचायत सिंहेश्वर के निवासी वर्षों से जल मीनार के जल पर ही निर्भर हैं।
- प्रकाश जायसवाल ने बताया कि पीएचईडी विभाग की मनमानी के कारण पानी खरीद कर नहीं पीने वाले लोग आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर हैं।
- नगर पंचायत प्रतिनिधि शिवचंद्र चौधरी ने बताया कि बार-बार पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता को इसकी शिकायत की जा रही है, लेकिन कोई असर नहीं हो रहा है।
इस बाबत जेई सूर्य कुमार ने बताया की मोटर ठीक होकर आ गया है। रात में पानी चालू हो जाएगा। एक और 25 एचपी के मोटर की व्यवस्था के लिए उपर आग्रह किया गया है।
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