बघंडी खाने से बिमार बच्चे जेएनकेटी मेडिकल कालेज में इलाजरत
कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा :- ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के पीर नगर वार्ड नंबर 6 में सोमवार को खेलने के क्रम में सवा दर्जन बच्चों ने बघंडी का फल खा लिया। जिससे सभी बच्चों को दस्त व उल्टी की शिकायत होने लगी। जानकारी मिलते ही परिजनों द्वारा उन्हें इलाज के लिए सीएचसी ग्वालपाड़ा में भर्ती कराया गया है। जहा प्रार्थमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया गया। वहा टालने की निति के तहत सभी 15 बच्चे को जेएनकेटी मेडिकल कालेज में भेज दिया गया। जहा सभी बच्चे खतरे से बाहर है। उपचार कर रहे चिकित्सक डा. देव दिवाकर ने बताया कि सभी बीमार बच्चों की चिकित्सा शुरू कर दी गई है। सभी स्वस्थ है 24 घंटे के बाद सभी को घर भेज दिया जाएगा।
ये बच्चे लाए गए जेएनकेटी मेडिकल।
निखत परवीन, खदीजा परवीन, मो. शाहबाज, मो. आफताब आलम, नुसरत प्रवीण, एमडी हुसैन, मो. सरताज, शमा परवीन, मो. असद, मो. फरहान, मो. आवेश, मो. समीर, मो. अकमल, मो. अमन, मो. आदिल शामिल है।
घर के पिछे ही था बघंडी का पेड़
परिजनों के मुताबिक घर के पिछे में ही बघंडी का पेड़ था। उसमें गोल गोल खूबसूरत फल लटके हुए थे। फल को देख कर सभी बच्चों ने काजू समझ कर उन्हें तोड़ कर खा लिया। जब उन्हें उल्टी व पेट दर्द की शिकायत हुई तो उन्होंने बताया कि हम सभी बघंडी का फल खाये हैं। बघंडी इस इलाके में जंगली तौर पर होती है और यह बायो-डीजल का स्त्रोत कही जाने वाली जेट्रोफा की वाइल्ड प्रजाति है। जिसे गंभारी भी कहते हैं।
एक टिप्पणी भेजें