वट सावित्री व्रत पर सुहागिनों ने पर्यावरण का संदेश देते हुए वट वृक्ष का पौधा लगाया।

 वट सावित्री व्रत के दिन वृक्षारोपण करती सुहागिनें


कोशी तक/ सिंहेश्वर मधेपुरा: - वट सावित्री पूजा के अवसर पर सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए तो व्रत रखा और वट वृक्ष की पूजा भी की। इस दौरान, सुहागिनें महिलाओं ने श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के संस्कृति संरक्षण के तहत सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र के पटोरी वार्ड नंबर 14 में वट सावित्री पूजा के अवसर पर सुहागिनों ने वट वृक्ष के महत्व को समझते हुए पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश:

- वट वृक्ष का महत्व: वट वृक्ष न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

- पौधारोपण:  सुहागिनों ने वट वृक्ष के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और भविष्य के लिए एक स्वस्थ और हरा-भरा पर्यावरण बनाने की प्रतिबद्धता दिखाई।

संस्कृति और पर्यावरण का संगम:

- वट सावित्री पूजा: यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है।

- पर्यावरण जागरूकता: इस अवसर पर सुहागिनों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझा और स्वास्थ्य पर पर्यावरण की जरूरत को समझ, पौधारोपण करके इसकी रक्षा करने का संकल्प लिया।

आगे की पहल:

- निरंतर प्रयास: श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन और स्थानीय समुदाय द्वारा पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे।

- जागरूकता और शिक्षा: लोगों को पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति के महत्व के बारे में जागरूक करने और शिक्षित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के द्वारा सुहागिनें द्वारा वट वृक्ष लगाते

इस अवसर पर काजल कुमारी, चंदा कुमारी, पिंकी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, धाना देवी, रिंकू कुमारी, गुंजन देवी, बबीता देवी, किरण देवी, रीना देवी, मनीषा देवी, सुमित्रा देवी, फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल, कोषाध्यक्ष मनीष आनंद, मुकेश कुमार यादव, सोनू भगत, प्रिंस कुमार यादव, बिट्टू चौरसिया, सुरज चौरसिया, सुरेन्द्र कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

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